सिर्फ पैसे लगाने से स्मार्ट शहर बनते तो आज भारत के ज्यादातर शहर स्मार्ट होते क्योंकि सभी शहरों में अब तक स्मार्ट सिटी बजट से भी बहुत पैसा विकास पर खर्च किया जा चुका है । पर अजमेर अपनी सोच व् बौध्दिकता के कारण हमेशा से स्मार्ट रहा है और इन दिनों शहर की बेहतरी के लिए लोगों का आगे आना इसे स्मार्टर बना रहा है । अजमेर का बहुत बड़ा जागरूक वर्ग यह जानता है कि सच्ची खुशहाली मात्र भौतिक संसाधनों में नहीं बल्कि विकसित प्राकृतिक संसाधनए हरियाली और एक दूसरे के लिए और शहर के लिए संवेदनशीलता में है ।यूनाइटेड अजमेर और ग्रीन आर्मी जैसे अनेक उदाहरण इस बात को सिध्द करते हैं । पुलियाए सुरंगए सड़क और बिल्डिंग निर्माण होते रहेंगे जो की विकास की पुरानी सतत प्रक्रिया है पर लोगों का स्वच्छताए वृक्षारोपण और नागरिकों की खुशहाली के लिए आगे आना एक शुभ संकेत है जो इस शहर को एक रहने लायक खुशहाल शहर बनाएगा ।
इंजीनियर व अजमेर जाने माने बुद्धिजीवी अनिल जैन की फेसबुक वाल से साभार