पुलिसिंग के दृष्टिकोण से अजमेर के अच्छे दिन आ गये हैं

जिला पुलिस कप्तान ने ली क्राइम मीटिंग

राजेश टंडन एडवोकेट
राजेश टंडन एडवोकेट
जिला पुलिस के लिये यह कोई अनहोनी घटना नहीं है परन्तु पहले जब बहुत लम्बे समय तक क्राइम मीटिंग होती ही नहीं थी तो इसलिये अब हर महीने क्राइम मीटिंग होना मुकामी पुलिस को बड़ा अजीब सा लगता है। पहले तो मासिक मुलाकातें घर पर या कार्यालय में ही हो जाती थी उसको ही तब मीटिंग मान लेते थे। नए एस.पी. साहब का खाकी से इश्क जग-जाहिर है शहरवासियों को भी उम्मीद है कि अब निकाय चुनाव पुलिसिंग की दृष्टि से ऐतिहासिक होगा और प्रत्याशीयों को भी बड़ा सन्तोष है कि कम खर्चे में चुनाव बालानशीन होगा, ना तो शराब बांटनी पड़ेगी, ना तो बूथ कैप्चरिंग होगी और ना ही आचार संहिता का उल्लंघन होने दिया जायेगा, ना शहर में गाड़ीयां लगेंगी, ना ही पोस्टर, बैनर लगेंगे। जो भी चुनावी खर्चे में कटौती होगी वह सब पुलिस के माथे ही होगी उसका मजा़ प्रत्याशी और राजनैतिक पार्टियां लेंगी। जब आम दिन में ही हर 15 मिनट में पुलिस की चेतक और सिग्मा दिख जाती है तो चुनाव के दिन क्या होगा? इसका अन्दाजा सब लगा चुके हैं। अपराधों में पुलिस की सजगता से बहुत कमी आई है और पुलिस की मिलीभगती से होने वाले अपराध तो शत प्रतिशत खत्म ही हो गये हैं। पुलिस वालों ने भी अपराधीयों से किनाराकशी कर ली है। जिन थाना क्षेत्रों में मादक पदार्थों के अपराध रजामन्दी से हो रहे थे सिर्फ पकड़े भी वहीं गये हैं पर अब यह नूराकुश्ती का हिस्सा नहीं है वास्तव में टाइगर साहब के खौफ से पकड़े गये हैं क्यों कि अब कोई चारा नहीं था। अभी तक पुलिस द्वारा प्रदत्त कई नाम सुनने में आये, जैसे – ऑपरेशन चक्रव्यूह, मिशन मदमस्त, गरिमा, मुस्कान, ऑपरेशन ग्रीन, मिशन सवार, कोबरा टीम वगैरह-वगैरह परन्तु गुण्डा एक्ट की कार्यवाही का कहीं कोई उल्लेख कभी सुनने को या देखने को नहीं मिला पर ‘‘देर आये दुरूस्त आये‘‘ वाली बात चरितार्थ हो रही है जैसे 185 एम.वी. एक्ट में कार्यवाही, 60 पुलिस एक्ट में कार्यवाही, 151 शांति भंग करने में कार्यवाही, शराब तस्करी में कार्यवाही, हाईवे पर होने वाले ‘‘क्राइम विथ दी कनाइवैन्स ऑफ दी पुलिस‘‘ पर बहुत त्वरित कार्यवाहीयां हो रही हैं। अजमेर स्मार्ट सिटी ओबामा की वजह से बनेगा या नहीं बनेगा यह तो मैं नहीं कह सकता परन्तु इतना निश्चित है कि अपराध मुक्त और भय मुक्त अजमेर बन गया है और बनेगा भी तो विकास कुमार सिंह, पुलिस कप्तान की वजह से बनेगा, इसमें कोई सन्देह नहीं है। पुलिसिंग के दृष्टिकोण से अजमेर के अच्छे दिन आ गये हैं। अजमेर के लिये यह शुभ संकेत है। आज के लिये बस इतना ही…

आपका राजेश टण्डन, अजमेर।

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