अजमेर शहर के नतीजे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को रास नही आएंगे, खुद की गलतियों के कारण हार हुई। एनएसयूआई के लिए अच्छी बात की उन्होंने डीएवी, जीसीए और एमडीएस यूनिवर्सिटी में अपना दबदबा कायम रखा। युवा मतदाताओं ने भी परिपक्वता का परिचय देते हुए “पैनल वोटिंग” की जिसे सराहा जाना होगा। जल्द ही अजमेर लोकसभा सीट पर उपचुनाव होना है और ऐसे में शहर के युवाओं का यह “MANDATE” कुछ चिंता जरूर पैदा करेगा भाजपा के खेमे में।