देश का प्रथम विमान रहित हवाई अड्डा

अनंत भटनागर
प्रधानमंत्री जी ने संसद में अपने भाषण में अनेक उपलब्धियां बतलाई। चार साल शासन किया है तो कुछ सच भी होंगी।कुछ सच नही भी होंगी क्योंकि उनकी आंकड़ो व तथ्यों के आधार पर बोलने की आदत नही है।उन्हें अक्सर यह भी लगता है कि देश में जो भी कुछ हो रहा है ,वो पहली बार हो रहा है।जबकि सच यह है कि वो पहली बार प्रधानमंत्री बने हैं,यह पहली बार हुआ है। विपक्ष को यह शिकायत भी है कि उनकी ही योजनाओं को नाम बदलकर पहली बार बतलाया जा रहा है। मानो बादल का नाम मेघ रख दिया जाए और कहें कि पहली बार मेघ आये हैं।
देश में पहली बार कुछ कर दिखाने के आकर्षण के पीछे उनकी क्या मनोवृति है,वो ही जानें। बहरहाल,देश में एक काम वाकई पहली बार हो गया है और इसे प्रधानमंत्री अपनी उपलब्धियों में गिनाने में चूक गए हैं। देश में पहली बार विमानरहित हवाई अड्डे का निर्माण हुआ है। अजमेर के निकट किशनगढ़ में निर्मित इस हवाई अड्डे का उद्घाटन गत वर्ष अक्टूबर में हो चुका है। करीब 180 करोड़ की लागत से निर्मित इस हवाई अड्डे पर कोई विमान आता जाता नही है। हवाई अड्डे की देखरेख पर हर माह 2 करोड़ रूपये खर्च होते हैं। हवाई अड्डे पर समस्त आधुनिक सुविधाये हैं। आप रात को गुजरते हुए उसकी जगमगाती लाइट्स का आनंद ले सकते हैं। मच्छर,मक्खी,चिड़िया,कबूतर सब वहां से रोजाना उड़ान भरते हैं।बस विमान ही नही उड़ता। यह अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा बतलाया जाता है। मुझे लगता है इन सर्दियो में साइबेरियन पक्षी जरूर यहाँ पर अन्तराष्ट्रीय लैंडिंग करेंगे।
चूँकि यह विमान रहित हवाई अड्डा है इसीलिए मई माह में राष्ट्रपति जी का विमान भी यहां नहीं उतारा गया।
उम्मीद है प्रधानमंत्री जी इसे शीघ्र अपनी उपलब्धि में शामिल करेंगे ।

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