पुष्कर अस्पताल के साथ एक बार फिर किया चिकित्सा प्रशासन ने भेदभाव

*नहीं लगाये नए चिकित्सक*. *कावड़ यात्री और रामदेवरा यात्री की भारी आवक के बावजूद भी पुष्कर अस्पताल में चिकित्सा प्रशासन ने नहीं की उचित व्यवस्था*
*मौसमी बीमारी के चलते अस्पताल में लग रखी है भारी भीड़*
*आखिरकार पुष्कर अस्पताल के साथ हर बार क्यों भेदभाव किया जा रहा है*

अनिल पाराशर
तीर्थ नगरी पुष्कर एक अंतरराष्ट्रीय धार्मिक और अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त जगत पिता ब्रह्मा की तपोभूमि के साथ विश्व का एकमात्र मन्दिर होने के कारण प्रतिदिन हजारों तीर्थयात्री पुष्कर में स्नान और दर्शन के लिए आते हैं तथा इन दिनों पुष्कर में कावड़ यात्री और रामदेवरा यात्रीयो की भारी आवक होने और मौसमी बीमारियों के बावजूद भी चिकित्सा प्रशासन ने राजस्थान में हुए नए चिकित्सकों की नियुक्ति में एक भी चिकित्सक पुष्कर अस्पताल में नही लगाकर एक बार फिर अस्पताल की उपेक्षा कर दी इसका प्रमुख कारण है हमारे जनप्रतिनिधियों की प्रशासन पर पकड़ कमजोर या फिर उनकी लापरवाही कही जा सकती है आखिरकार पुष्कर अस्पताल के साथ ऐसा क्यों हो रहा है पुष्कर अस्पताल की व्यवस्था में सुधार क्यों नहीं किया जा रहा है इसका क्या कारण है इसके लिए किसको दोष दे आए दिन अधिकारी जनप्रतिनिधि मंत्री आते हैं दौरा करके चले जाते हैं और झूठा आश्वासन देकर निकल जाते हैं लेकिन आज तक पुष्कर अस्पताल की व्यवस्था को सुधारने की ठोस कार्रवाई किसी ने नहीं की वैसे करोड़ों रुपए पुष्कर में विकास कार्य के लग रहे हैं लेकिन पुष्कर सहित आसपास के एकमात्र सबसे बड़े राजकीय अस्पताल में मरीजों को इलाज के लिए व्यवस्थाओं के नाम पर कुछ नही उनको इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है 108 एंबुलेंस खराब होती है तो कभी मरीजों के लिए छोटी-छोटी बातों में अजमेर रेफर कर दिया जाता है इस से अच्छा है कि इस अस्पताल का नाम रेफर अस्पताल कर देना चाहिए पर्ची के लिए दवाइयों के लिए इलाज के लिए के घण्टो लाइनों में खड़े रहना पड़ रहा है लेकिन आज तक किसी ने भी इस ओर ध्यान नही दिया गया वही 1 माह पूर्व सीएमएचओ के के सोनी से वार्ता हुई तो उन्होंने बताया कि 20 से 30 जुलाई के बीच में नए चिकित्सको की नियुक्ति होगी तब पुष्कर अस्पताल में चिकित्सक लगा दिए जाएंगे लेकिन उनका आश्वासन भी झूठा निकला और नए चिकित्सकों की नियुक्ति हो गई अजमेर जिले के सभी अस्पतालों में नए चिकित्सकों की नियुक्ति की गई लेकिन पुष्कर अस्पताल में एक भी चिकित्सक नहीं लगाया गया जबकि पुष्कर अस्पताल का आउटडोर काफी अधिक है और आसपास के इलाकों में यह एकमात्र सबसे बड़ा अस्पताल है लेकिन यह भी आज अपनी सुविधाओं के लिए मोहताज हो रखा है पुष्कर अस्पताल में 3 चिकित्सकों के तबादले हो गए लेकिन उनकी जगह एकमात्र चिकित्सक को लगाया गया है महिला चिकित्सक थी उन सभी का तबादला कर दिया गया मोर्चरी आज तक नही बन पाई 108 एम्बुलेंस खटरा लगा रखी है जो कभी भी किसी भी वक़्त धोखा दे देती है अस्पताल में डिजिटल एक्सरे ओर सोनोग्राफी सहित कई जांचे नही होने से मरीजो को अजमेर जाना पड़ रहा है जिसके चलते भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है मरीजो को समय और आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है ।
*अनिल सर संपादक बदलता पुष्कर*

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