रिंकू कंवर राठौड़ का चुनाव अभियान में न जुटना बना चर्चा का विषय

रिंकू कंवर
राजस्थान में 7 दिसम्बर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए दोनों दलों कांग्रेस व भाजपा के चुनाव प्रचार ने जोर पकड़ लिया है। केकड़ी क्षेत्र से दोनों दलों के उम्मीदवार अपने कार्यकर्ताओं व समर्थकों के साथ चुनाव प्रचार व जनसंपर्क में जुट गए हैं। इसी बीच क्षेत्र के कई छोटे मोटे नेताओं का पार्टी बदलने व एक दूसरे पर आरोप लगाने का सिलसिला चल रहा है। कांग्रेस से टिकट पाने का सपना देख रहे सभी क्षेत्रीय नेता एकजुट होकर चुनाव मैदान में कांग्रेस उम्मीदवार डॉ रघु शर्मा का कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग कर रहे हैं। भाजपा में भी एकआद को छोड़कर सभी टिकटार्थी एकजुट होकर चुनाव अभियान में लग गए हैं। मगर भाजपा की पूर्व प्रधान रिंकू कंवर राठौड़ का चुनाव अभियान में नहीं जुटना क्षेत्र में इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है हालांकि उनके अधिकांश समर्थक भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र विनायका के चुनाव अभियान में जुट चुके हैं। ज्ञात रहे भाजपा नेत्री रिंकू कंवर राठौड़ भी केकड़ी क्षेत्र से टिकट मांग रही थी उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही थी। पैनल में नाम होने की वजह से उनके नाम पर भी राजस्थान भाजपा चुनाव समिति की बैठकों में चर्चा की गई लेकिन भाजपा ने ऐनवक्त नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथी से पहले देर रात्रि को राजेंद्र विनायका को मजबूत मानते हुए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। वैसे यह बतादें की रिंकू कंवर राठौड़ व राजेन्द्र विनायका के बीच मैच्यूल अंडरस्टैंडिंग है वे अक्सर जब भी केकड़ी आती थी तो विनायका के मेडिकल स्टोर पर जरूर जाती थी तथा दोनों हाल ही में भाजपा की संगठनात्मक गतिविधियों में भी साथ साथ देखे गए। इसी दौरान दोनों के बीच यह समझौता भी हुआ बताया कि टिकट दोनों में से किसी को भी मिले वे एक दूसरे का सहयोग करेंगे। माना जा रहा है कि मजबूत दावेदारी के बावजूद टिकट न मिलने से वे पार्टी नेताओं से खफा हैं। इसीलिए न तो वे विनायका के नामांकन पत्र दाखिल करने के समय दिखाई दी और न ही वे चुनाव कार्यालय के उद्घाटन व उसके बाद चुनाव अभियान में दिखाई दीं जबकि नामांकन प्रक्रिया को भी करीब एक सप्ताह होने आया। उनके चुनाव अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने को लेकर संशय बना हुआ है। क्षेत्र में उनके हजारों समर्थक व प्रशंसक हैं, ऐसे में वे अगर चुनाव अभियान में होती तो शायद भाजपा प्रत्याशी को इसका लाभ मिलता। वैसे भी क्षेत्र में उनके समाज रावणा राजपूत मतदाता अच्छी तादाद में हैं वे समाज की प्रांतीय स्तर की नेता भी हैं। इधर भाजपा सूत्रों का कहना है कि वे चुनाव अभियान में तभी आएंगी जब उन्हें मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे चुनाव में काम करने के निर्देश देंगी। हालांकि विनायका लगातार उनसे संपर्क बनाए हुए हैं।
तिलक माथुर
उल्लेखनीय है कि रिंकू कंवर राठौड़ वर्ष 2008 में भाजपा प्रत्याशी के रूप में कांग्रेस के डॉ रघु शर्मा से केकड़ी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुकी है हालांकि उन्हें चुनाव में सफलता नहीं मिली। उन्होंने वर्ष 2013 में भी भाजपा से टिकट मांगा था लेकिन पार्टी ने शत्रुघ्न गौतम को टिकट दिया। इस बार भी उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही थी। खैर जो हो चुका उसे भुलाना ही पार्टी हित में होगा, राठौड़ को बिना किसी मान मनुहार के विनायका का साथ देना चाहिए, अभी राजेन्द्र विनायका को उनकी बहुत जरूरत है क्योंकि सामने कांग्रेस के भारी नेता डॉ रघु शर्मा से मुकाबला है !

तिलक माथुर
*9251022331*

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