डॉ सतीश वर्मा शिक्षाविद भी थे। वे DAV College, अजमेर में Botany के बहुत ही अच्छे लेक्चरार हुआ करते थे । BSc में पढ़ाई के दौरान मैं उनके इसी बंगले में Botany Subject से Related Problem पूछने जाया करता था तो वे मुझे पूरा Time देकर Notes दिया करते थे। डॉ सतीश वर्मा जी इसी अलवर गेट होम्योपैथी हॉस्पिटल में निवास करते थे और अपने बंगले एक छोटे से हिस्से से होम्योपैथी हॉस्पिटल Start करी। उन्होंने अपनी लगन और मेहनत से इसे एक विशाल वृक्ष का रूप दे दिया जो आज सेवा मन्दिर के नाम से जाना पहचाना जाता है।
वास्तव में उनके जाने से अजमेर के लिए एक अत्यन्त दुखद समाचार है।
अजित पमनानी