एक तरफ दिल्ली के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के नेता अरविन्द केजरीवाल सत्ता मिलने के बाद अन्ना वाला लोकपाल लाने का वादा कर रहे हैं तो दूसरी तरफ अन्ना हजारे ने उनके ऊपर करारी चोट करते हुए कहा है कि चंदा लेकर चुनाव लड़ना सही नहीं है, क्योंकि आमतौर पर चंदे में लोग काले धन को सफेद करते हैं जो कि सही नहीं है। अन्ना ने चंदा लेकर चुनाव लड़ने पर कड़ा ऐतराज जताया है।
अन्ना ने कहा कि चंदा लेकर चुनाव लड़ना सही नहीं है। केजरीवाल गलत रास्ते पर हैं। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों के फंड की ऑडिट होनी चाहिए। अन्ना की नाराजगी कि वजह आप पार्टी को मिल रहा विदेशी चंदा है जिसे लेकर विरोधी भी केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल कर बैठे हैं।
मुश्किल यह है कि विरोधियों के हमले पर तो टीम केजरीवाल पलटवार कर सकती है लेकिन अन्ना की बात कुछ और है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अन्ना आंदोलन की पैदाइश टीम केजरीवाल अन्ना के सवालों पर क्या जवाब देती है।
गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने मीडिया से कहा था कि वह केजरीवाल को विदेशों से मिल रहे फंड की जांच कराएंगे क्योंकि उन्हें शक है कि उनके पास विदेशों से जो भी पैसा आ रहा है वह काला धन हो सकता है। वहीं केजरीवाल ने शिंदे के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि वह हर तरह की जांच के लिए तैयार है लेकिन सरकार यह भी तय करे कि वह कांग्रेस और बीजेपी दोनों के फंड की जांच करेंगे।
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