राजे-कटारिया में फिर दिखा मतभेद

15171019_1210543135686600_6674678128956290080_nमुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया के बीच मतभेद एक बार फिर सामने आया है। सोमवार को उदयपुर में आयोजित प्रताप गौरव केंद्र के लोकार्पण समारोह में सूबे के दोनों कद्दावर नेताओं के बीच दूरियां दिखी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत की मौजूदगी में कटारिया ने राजे पर निशाना साधते हुए समझा दिया कि वे उन्हें नापसंद करते हैं।
दरअसल गृहमंत्री के साथ क्षेत्रीय विधायक होने के नाते गुलाबचंद कटारिया ने मंच से संबोधन देते हुए उदयपुर में विकास का बखान किया। इस बीच उन्होंने कहा कि ‘विकास कार्यों में जनता भागीदारी निभा रही है। जन सहयोग से कार्य करवाए जा रहे हैं। सरकार से कोई सहयोग नहीं लिया। सहयोग की जरूरत भी नहीं है।’ गृहमंत्री के बाद दिए संबोधन में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने संघ प्रमुख की मौजूदगी में बड़ी शालीनता से कटारिया की बात का जवाब दिया। राजे ने कटारिया को भाईसाहब संबोधित करते हुए कहा कि ‘ठीक है आपको सरकार की जरूरत नहीं पड़ी। कभी भी आपको हमारी याद आ जाए तो हम भी लाईन में खड़े हैं। हमसे भी सहयोग ले सकते हैं। हर समय आपकी मदद करने के लिए तैयार हैं।’ संबोधन को समाप्त करने के बाद जब वे भागवत और कटारिया के बीच अपने आसन पर जाकर बैठीं तो कटारिया ने उनसे कुछ कहना चाहा मगर राजे ने मुंह फेर लिया और भागवत से चर्चा करने लगी।
गौरतलब है कि कटारिया को राजे शुरू से ही नापसंद करती है लेकिन राजनीतिक मजबूरियों और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दबाव के चलते उन्हें कई बार खून का घूंट पीना पड़ा। संघ खेमा कटारिया को वसुंधरा राजे के विकल्प के रूप में प्रस्तुत करता है और समय-समय पर दोनों की यह प्रतिद्वंद्विता खुलकर सामने आई है।

सुमित सारस्वत
सुमित सारस्वत
राजे और कटारिया के बीच मतभेद की खबरें उस वक्त भी आती थीं जब पूर्व राजे शासन में कटारिया गृहमंत्री थे। 2012 में तो राजे ने कटारिया की लोकजागरण यात्रा का खुलकर विरोध किया था। तब राजे ने यात्रा रोकने की मांग करते हुए इस्तीफा देने तक की बात कह दी थी। इसके बाद यात्रा रद्द कर दी गई। राजस्थान भाजपा में कटारिया राजे के बाद नंबर दो पर माने जाते हैं। वे सातवीं बार विधायक बने हैं और संघ पृष्ठभूमि के नेताओं में उनकी छवि एक बेबाक नेता की मानी जाती है। शायद यही वजह है कि नापसंद के बावजूद राजे ने कटारिया को सरकार में सम्मानपूर्वक दर्जा दे रखा है। –

सुमित सारस्वत ‘SP’

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