भाजपा राजस्थान में मोदी के चेहरे को आगे कर लड़ेगी विधानसभा चुनाव

राज्य में भाजपा की खस्ता हालत को देख लिया जा सकता है ये निर्णय

तिलक माथुर
राजस्थान में नवम्बर में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा बहुत गम्भीर है। राज्य के जनादेश का रुख खिलाफ होता देख भाजपा हर तरह के पैंतरे आजमा रही है। राज्य में भाजपा से नाराज चल रहे राजपूत समाज को साधने के लिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को राज्य की चुनाव समिति का मुखिया बनाया गया है। शेखावत ने नियुक्ति के साथ सर्वप्रथम राजपूत समाज को राजी करने का काम शुरु किया है। वहीं राज्य में भाजपा वसुंधरा सरकार से नाराज जाति, समाज, व्यापारियों सहित विभिन्न वर्गों की नाराजगी को दूर करने के उपाय सोच रही है। राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की कार्यशैली से नाराज मतदाताओं को राजी कर फिर से भाजपा की ओर आकर्षित करने के लिए भाजपा एक बहुत अहम फैसला लेने जा रही है। विभिन्न न्यूज एजेंसियों द्वारा हाल ही में कराए गए सर्वे में भाजपा की हालत बहुत खराब बताई गई है। एक एजेंसी ने तो दावा किया है कि भाजपा अगर मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं बदलती है तो उसे पुनः सत्ता में आने का ख्वाब नहीं देखना चाहिए। न्यूज एजेंसियों के सर्वे में हालत पतली देखकर भाजपा यह विधानसभा चुनाव नरेंद्र मोदी को चेहरा बनाकर उनके नेतृत्व में लड़ने की रणनीति बना रही है। इस बारे में अमित शाह ने अभी हाल ही में हुए पार्षदों के सम्मेलन में बातों ही बातों में यह चुनाव मोदी के नेतृत्व में कराए जाने के संकेत दिए थे। बताया जा रहा है कि भाजपा इस बार करीब 50 वर्तमान विधायकों के टिकट काटकर नए युवा फ्रेश चेहरों को चुनाव मैदान में उतारने का मानस बना चुकी है। वहीं जातिगत आधार पर जहां जिस जाति का अधिक प्रभाव है उस जाति के पार्टी नेता को चुनाव मैदान में उतारने का मानस बना चुकी है। इस बार हर सीट पर प्रभावशाली, चरित्रवान, ईमानदार छवि व जिताऊ नेता को ही अपना उम्मीदवार बनाने के मूड में है, बताया जा रहा है कि युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी वहीं जो उम्र दराज हो गए हैं उन्हें संगठन व अन्य की जिम्मेदारियां दी जाएगी। ऐसे ही और चोंकाने वाले महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं। उधर कांग्रेस गत उप चुनाव के बाद से ही अपनी जीत के प्रति अति उत्साहित नजर आ रही है। कांग्रेस के अशोक गहलोत, सचिन पायलट आदि नेताओं का कहना है कि राज्य में मुख्यमंत्री राजे से अधिकांश मतदाता नाराज हैं वहीं भाजपा की खस्ता हालत को देखते हुए ही भाजपा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चेहरा आगे कर चुनाव लड़ती दिखाई दे रही है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा की वसुंधरा राजे सरकार की जनता के बीच हालत खराब है वह दुबारा सत्ता में किसी भी सूरत में नहीं आएगी। इधर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का कहना है कि राजस्थान की भाजपा सरकार अंगद का पांव है जिसे कोई उखाड़ नहीं सकता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का राजस्थान में सत्ता बनाने का सपना मुंगेरीलाल के हसीन सपने जैसा है जो कि उसे नहीं देखना चाहिये। खैर जो भी हो फिलहाल दोनो ओर से मतदाताओं को प्रभावित करने के हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। दोनों दलों का एक ही उद्देश्य है किसी भी तरह सत्ता हासिल करना !

तिलक माथुर
*9251022331*

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