अरविंद केजरीवाल की बढ़ती ताकत और दिल्ली में आम आदमी पार्टी की अगली बनती सरकार देखकर तिलमिलाईं कांग्रेस और भाजपा जैसी पार्टियां अब नीचता पर उतर आई हैं. ये पार्टियां अरविंद केजरीवाल पर निजी हमले और बिलो द बेल्ट वाले हमले करने लगी हैं. अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ऐसे ऐसे पोस्टर दिल्ली में लगवाए जा रहे हैं कि अगर आप एक बार देख पढ़ लेंगे तो दंग रह जाएंगे.
जो पार्टियां और जो नेता खुद करप्शन के दलदल में आकंठ डूबे हुए हैं, वे लोग अपनी हार देखकर अरविंद केजरीवाल की छवि आम जनता के मन में खराब करने और केजरीवाल को भी दूसरों की तरह भ्रष्ट बताने के अभियान में जुट गए हैं. पर जो लोग अरविंद केजरीवाल को नजदीक से जानते हैं वो हमेशा इस बात को कहते हैं कि अरविंद केजरीवाल कमिश्नर के पद पर इनकम टैक्स विभाग में थे. वे चाहते तो वहीं सुख और आराम की नौकरी कर सकते थे. करोड़ों अरबों कमा सकते थे. पर उन्होंने मुश्किल रास्ता चुना. गल-गली, कूचे-कूचे भटकने का रास्ता चुना. आम लोगों को जगाकर समाज व देश को जगाने का रास्ता चुना.
अन्ना हजारे आज भी अरविंद केजरीवाल के साथ हैं. बस दोनों के रास्ते अलग हैं. पर मंजिल दोनों की एक है. अन्ना हजारे आंदोलन और दबाव के जरिए राजनीति को सुधारना चाहते हैं जबकि केजरीवाल राजनीति करके, सिस्टम के अंदर घुसकर राजनीति के नियम बदलना चाहते हैं. पर, भाजपा और कांग्रेस जैसी पार्टियों को इन सबसे क्या लेना देना. उन्हें तो दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी हार नजर आ रही है.
आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों का हर विधानसभा क्षेत्र में टेंपो हाई है. इसलिए अब भाजपा व कांग्रेस के नेता बौखलाकर अपने आखिरी तरीके को आजमाना शुरू कर दिया है. और वो तरीका है विरोधियों के खिलाफ दुष्प्रचार व चरित्र हनन. पर दिल्ली की जनता जागरूक है. उसे पता है कि राजनीतिक लड़ाइयों में ऐसे घटिया हथियारों का इस्तेमाल विरोधी व बौखलाई पार्टियां करती हैं. इसलिए माना जा रहा है कि ये जो रास्ता कांग्रेस व भाजपा ने अपनाया है, इससे आम आदमी और मजबूती से ‘आप’ व अरविंद केजरीवा के पक्ष में खड़ा होगा.
उपरोक्त पोस्टर के बारे में विस्फोट डाट काम के संपादक संजय तिवारी अपने फेसबुक वॉल पर लिखते हैं- : Sanjay Tiwari :
मैंने इस एनजीओ की छानबीन की जिसके पोस्टर दिल्ली में जगह जगह चिपके हैं। इसके कामों में कहीं भी राजनीतिक काम का जिक्र नहीं है। जाहिर है इसके दानदाता राजनीतिक कर्म के लिए पैसा नहीं देते होंगे, फिर अरविंद के खिलाफ पोस्टर वार के लिए इसे पैसा कौन दे रहा है?
लेखक यशवंत सिंह भड़ास4मीडिया के एडिटर हैं. भड़ास से संपर्क [email protected] के जरिए कर सकते हैं.
There is all out support for aam admi party in Delhi.