अजमेर के ठिये-ठिकाने

ठिये-ठिकाने। आप समझे ना। जहां शहर की चौधर करने वाले जमा होते हैं। जहां बाखबर के साथ बेखबर चर्चाओं का मेला लगता है। अफवाहों की अबाबीलें भी घुसपैठ कर जाती हैं, तो कानाफूसियां भी अठखेलियां करती हैं। हंसी-ठिठोली, चुहलबाजी, तानाकशी व टीका-टिप्पणी के इस चाट भंडार पर शहर भर के चटोरे खिंचे चले आते हैं। … Read more

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