समाज में महिला का महत्वपूर्ण स्थान

जिला स्तरीय महिला सहायता समिति की बैठक आयोजित 
अजमेर, 16 अपे्रल। घरेलू हिंसा से महिला का संरक्षण, महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्रों की भूमिका, कामकाजी महिलाओं के साथ कार्यस्थल पर उत्पीडन के प्रकरणों पर कार्यवाही, महिलाओं के हितों के संवर्द्धन एवं महिला सुरक्षा सलाह केन्द्रों हेतु स्वयंसेवी संस्थाओं का चयन संबंधी विभिन्न विषयों पर आज जिला परिषद में आयोजित जिला स्तरीय महिला सहायता समिति की बैठक में चर्चा की गई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला प्रमुख सुश्री वन्दना नोगिया ने कहा कि किसी भी समाज में महिलाओं का स्थान महत्वपूर्ण है, समाज व राष्ट्र का सर्वांगीण विकास तभी संभव है जब महिलाओं के अधिकारों का संरक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कई मर्तबा जानकारी के अभाव में महिलाओं को न्याय सुलभ नही हो पाता है। अतः आवश्यकता इस बात की है कि महिला हितों की रक्षार्थ बने विविध कानून, महिला सुरक्षा सलाह केन्द्र, संरक्षण अधिकारी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से मिलने वाली कानूनी सलाह के बारे में प्रचार-प्रसार कर दूर-दराज के गांवों में भी महिलाओं को जागरूक किया जाए।
अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री बंशीलाल मीणा ने कहा कि समाज में महिलाओं के स्थिति में काफी बदलाव आया है, महिलाएं जागरूक होकर अपने अधिकारों के लिए समाज में आवाज बुलन्द कर रही है। महिलाओं के विरूद्ध घरेलू हिंसा, कार्यस्थल पर उत्पीडन, दहेज प्रताडना जैसी घटनाओं की रोकथाम तभी संभव है जब महिलाएं जागरूक होकर प्रतिरोध करेंगी। उन्होंने महिला सहायता समिति के माध्यम से पीडित महिलाओं को त्वरित आर्थिक सहायता देने के प्रावधान का अधिकाधिक उपयोग करने की बात भी कही।
उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग प्रियंका जोधावत ने कहा कि जिला महिला सहायता समिति द्वारा महिला थाना परिसर में स्वयंसेवी संस्था के सहयोग से संचालित महिला सुरक्षा सलाह केन्द्र हेतु आवेदन आमंत्रित किए गए थे। जिसके फलस्वरूप अंतिम तिथि 25 फरवरी 2015 तक कुल 10 स्वयंसेवी संस्थाओं ने आवेदन पत्रा प्रस्तुत  किए है। उक्त स्वयंसेवी संस्थाओं के अनुभव के आधार पर समिति सदस्यों द्वारा वरीयता तय की जानी है, जिससे महिला सुरक्षा सलाह केन्द्र हेतु सर्वाधिक उपयुक्त स्वयंसेवी संस्था का चयन किया जा सके। जिस पर सभी 10 आवेदन करने वाली स्वयंसेवी संस्थाओं के अनुभव व कार्यप्रणाली पर विस्तार से चर्चा कर वरीयता क्रम निर्धारित किया गया। कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग महावीर सिंह ने बताया कि महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने हेतु समय-समय पर विविध कार्यक्रम चलाए जाते है, इसी क्रम मेें एक अक्टूबर 2014 को जिला परिषद सभागार अजमेर में महिला सुरक्षा संबंधी कार्यशाला का आयोजन किया गया। ऐसे कार्यक्रम ब्लाॅक व ग्राम पंचायत स्तर पर भी आयोजित किए जाने चाहिए।
इस अवसर पर उपनिदेशक सामाजिक न्याय व आधिकारिता विभाग श्रीमती विजयलक्ष्मी गौड, थानाधिकारी श्रीमती सुशीला, समेत कई अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।
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