जी.एस.टी. के तहत कपड़े पर प्रस्तावित टैक्स का विरोध

आज दिनांक 15 जून। राजस्थान कपड़ा व्यापार महासंघ जी.एस.टी. संघर्ष समिति के नेतृत्व में अजमेर वस्त्र व्यापारिक संघ के सभी कपड़ा व्यापारी सदस्यों ने अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान को बन्द करके कपड़े पर जी.एस.टी 5प्रतिषत लगाने के विरोध में हड़ताल कर प्रदर्षन किया जिसमें मुख्य रूप से नया बाजार, पुरानी मंडी, मदार गेट, डिग्गी बाजार, केसरगंज, आगरा गेट, घसेटी बाजार, हाथी भाटा, रामगंज, जयपुर रोड, नया बाजार शत-प्रतिषत कपड़ा बाजार बन्द रहा। तत्पश्चात सभी बाजार के पदाधिकारियों ने नया बाजार, गोल प्याउ पर आकस्मिक मीटिंग कर जी.एस.टी का बहिष्कार करने का प्रस्ताव एक मत से पारित किया, कपड़े पर जी.एस.टी. या कोई भी प्रकार का टेक्स नहीं होना चाहिए , कोई भी व्यापारी जी.एस.टी. का रजिस्ट्रेषन नहीं करायेगा। श्री रमेषजी नानवानी, श्री मोहनलालजी शर्मा अध्यक्ष अजमेर व्यापार संघ महासंघ ने भी कपड़े पर जी.एस.टी. का विरोध किया। आगामी 26 जून 2017 तक यदि भारत सरकार ने कपड़े से जी.एस.टी. नहीं हटाया तो कपडा व्यवसायी अनिष्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेगें। कपड़ा मनुष्य की मूलभूत आवष्यकता है आजादी के बाद 70 वर्षो में किसी भी सरकार ने आज कपडे पर कोई भी टेक्स नहीं लगाया, और आगे भी सरकार से यही उम्मीद है कि रोटी, कपड़ा मकान सभी की मूल आवष्यकता है।
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्रजी मोदी एवं वित्तमंत्री श्री अरूणजी जेटली एवं राजस्थान सरकार के मंत्री राजपालसिंह शेखावत को संघ ने दिनांक 14 जून 2017 को एक ज्ञापन भेजकर कपडे पर जी.एस.टी. से सम्बन्धित व्यापारियों को होने वाली परेषानियों से अवगत कराया। संघ का कहना है कपडे पर जी.एस.टी.लगाने से इसकी जटिलताओं और विषमताओं से इंस्पेक्टर राज कायम होगा। कपड़ा व्यवसायी कम पढ़ा लिखा होने से जी.एस.टी के कुल 37 रिटर्न भरने हेतु कम्प्यूटर आपरेटर, सी.ए. की फीस आदि की परेषानिया बढेगी जी.एस.टी. रिटर्न की जटिल प्रक्रिया होने से कईयों को अपना व्यापार बन्द करना होगा, बेरोजगारी बढेगी। जहां सरकार मेक-इन-इण्डिया से रोजगार ला रही है वहीं कपड़ा व्यवसाय देष में काफी लोगो को व्यवसाय देता है। जिस प्रकार कृषि एक रोजगार का साधन है उसी प्रकार वस्त्र व्यापार भी एक लघु कुटीर उद्योग के तहत व्यापार है एवं इसका व्यापारी कम षिक्षित होता है। संघ ने सुझाव दिया कि कपड़ा व्यवसायी पर किसी भी कर अथवा जी.एस.टी. के स्थान पर यार्न (धागा) पर जी.एस.टी. बढ़ाकर इसकी भरपाई की जा सकती है। जिस प्रकार अनाज को करमुक्त रखा गया उसी प्रकार कपड़े को भी करमुक्त करें।
अजमेर कपडा संघ की मुख्य कार्यकारिणी अध्यक्ष सुरेषचन्द गुप्ता, सचिव-प्रवीनचन्द जैन, भगवान चन्दीराम, मुकेष सेठी, राजकुमार गर्ग, अषोक राठी, मुकेष गोयल, कमलेष शर्मा सुन्दर भाई, किषन गोपाल गुप्ता, कैलाष अग्रवाल, षिवषंकर बाडमेरा, रमेष शर्मा, मुकेष जैन, सुनिल गदिया, ललित अग्रवाल, किषोर सतरानी, विवेष जैन, दुर्गेष सन्तूमल, परमानन्द, सन्देष मॉयल साडी आदि सभी ऐसोशिएषन के पदाधिकारी नया बाजार गोल प्याउ पर सम्मिलित हुए।

error: Content is protected !!