राजस्थान के सभी राजस्व न्यायालय एक नवम्बर से पूर्णतया डिजीटल हांेगे

अजमेर 12 अक्टूबर। आगामी एक नवम्बर से राजस्थान के सभी राजस्व न्यायालयों को पूर्णतया डिजीटल किया जा रहा है। इसके लिए राजस्व मण्डल प्रशासन ने सभी 33 जिलों में मास्टर ट्रेनर नियुक्त कर इन्हें आरसीएमएस का प्रथम चरण का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके अतिरिक्त राजस्व अपील अधिकारियों के अधीनस्थ कर्मचारियों को भी इस हेतु प्रशिक्षण दिया गया है।
राजस्व मण्डल अध्यक्ष श्री वी.श्रीनिवास ने बताया कि इसी तरह द्वितीय चरण में प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर ट्रेनर द्वारा जिला कलक्टर, अतिरिक्त जिला कलक्टर व उपखण्ड अधिकारी न्यायालय के अधीनस्थों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है। इन कर्मचारियों को प्रशिक्षण के 5 आयाम यथा केस दर्ज करना, काॅज लिस्ट बनाना, निर्णयों को आॅनलाइन करना, नोटिस जारी करना एवं फीडबेक प्राप्त करने बताया गया है। उन्हांेने बताया कि इस प्रकार एक नवम्बर 2017 को 23 राजस्व अपील अधिकारी, 22 कलक्टर, 37 अतिरिक्त कलक्टर, 350 उपखण्ड अधिकारी/सहायक कलक्टर न्यायालय डिजीटल होकर आॅनलाइन हो जाएंगे। प्रथम चरण के पूर्णरूप से कार्य प्रारम्भ करने के बाद तहसील स्तर पर प्रशिक्षण प्रारम्भ करना प्रस्तावित है।
अध्यक्ष श्री वी.श्रीनिवास ने यह भी बताया कि एक अक्टूबर 2017 से राजस्व मण्डल प्रशासन ने मण्डल के न्यायिक निर्णयों को आॅनलाइन करना प्रारम्भ कर दिया है। आज तक 200 निर्णय आॅनलाइन हो चुके हैं तथा 31 अक्टूबर तक यह संख्या 800 हो जाएगी। इसी प्रकार राजस्थान के राजस्व न्यायालयों के तहसील से कलक्टर स्तर तक आॅनलाइन होने से वे सभी आपस में जुड़ सकेंगे जिसका प्रत्यक्ष लाभ उप आम गरीब काश्तकार को होगा जो इन राजस्व प्रकरणों से प्रभावित हैं।

योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर विशेष ध्यान दिए जाने पर दिया जोर
शिक्षा मंत्राी ने ली विभागीय समीक्षा बैठक
शिक्षकों को सेवा परिलाभ दिए जाने के दिए निर्देश
अजमेर, 12 अक्टूबर। शिक्षा राज्य मंत्राी श्री वासुदेव देवनानी ने वर्ष 2012 एवं 2013 के अंतर्गत नियुक्त किए गए शिक्षकों की वेतन, एरियर तथा अन्य दिए जाने वाले राजकीय लाभों के संबंध में विभागीय स्तर पर शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
श्री देवनानी आज यहां शासन सचिवालय स्थित अपने कक्ष में आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने शिक्षा विभाग एवं पंचायती राज विभाग के अधिकारियों से शिक्षकों के पदस्थापन, उनको सेवा लाभ दिए जाने के संबंध चर्चा करते हुए कहा कि 2012 के अंतर्गत जिन शिक्षकों को नियुक्तियां दी गई थी, उनके एरियर का भुगतान नियमानुसार आगामी 10 दिन में आवष्यक रूप से किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने वर्ष 2013 में संशोधित सूचियों के अंतर्गत नियुक्त हुए शिक्षकों को भी नियमानुसार जो सरकारी लाभ, भत्ते दिए जा सकते हैं, उन्हें देने के लिए समुचित कार्यवाही करने की हिदायत दी।
बैठक में उन्होंने पंजाबी भाषा की निरस्त हुई परीक्षा के संबंध में भी चर्चा की तथा निर्देश दिए कि पंचायजी राज विभाग के अधिकारी तथा शिक्षा विभाग के अधिकारी परस्पर समन्वय रखते हुए इस संबंध में शीघ्र समुचित समाधान करें। उन्होंने बैठक में विभागीय योजनाओं के बारे में भी जानकारी ली तथा कहा कि
शैक्षिक गुणवत्ता के लिए शिक्षा अधिकारी विद्यालयों की प्रभावी मोनिटरिंग करने के साथ ही शिक्षण संस्थाओं में अध्यापन के स्तर की भी निरंतर जांच करें।
श्री देवनानी ने शाला दर्शन पोर्टल को निरंतर अपडेट किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होनंे कहा कि विभागीय अधिकारी शिक्षा के अंतर्गत नवाचारों और विषेष कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन करें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को शिक्षण के साथ सृजनात्मक गतिविधियों से जोड़ते हुए रोचक ढंग से पढ़ाए जाने के लिए भी विद्यालयो में पहल की जाए। इसके दूरगामी परिणाम सामने आएंगे।
बैठक में शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री नरेशपाल गंगवार ने विभिन्न विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन के बार में विस्तार से अवगत कराया। बैठक में बड़ी संख्या मंे अधिकारियों ने भाग लिया।

विद्यालयों में 30 अक्टूबर से मनाया जाएगा स्वच्छता सप्ताह
अजमेर, 12 अक्टूबर। राजकीय विद्यालयों में स्वचछता पखवाड़े के बाद द्वितीय चरण में आगामी 30 अक्टूबर से 6 नवम्बर तक स्वच्छता सप्ताह मनाया जाएगा।
शिक्षा राज्य मंत्राी श्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत विद्यार्थियों में स्वच्छता की आदतों के विकास के साथ ही विद्यालयों की साफ-सफाई के भी वृहद स्तर पर कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि परन्तु अभी भी स्वच्छता के लिए और अधिक प्रयास किए जाने की आवष्यकता है। इसे ध्यान में रखते हुए ही द्वितीय चरण में 30 अक्टूबर से 6 नवम्बर तक सफाई से स्वास्थ्य के बारे में प्रदेषभर में जागरूकता निर्मित करने के लिए स्वच्छता सप्ताह का आयोजन किया जाएगा।
श्री देवनानी ने बताया कि स्वच्छता सप्ताह के तहत विद्यार्थियों में व्यक्तिगत स्वच्छता की आदतों को विकसित करने के साथ ही विद्यालयों के परिसर को सदा सफा रखे जाने और इसके लिए सभी की सहभागिता से कार्य किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देष दिए गए हैं कि वे स्वच्छता सप्ताह का प्रभावी आयोजन करने के लिए सभी स्तरों पर प्रभावी प्रयास करें तथा इस संबंध में समुचित मोनिटरिंग भी करें।
शिक्षा राज्य मंत्राी ने बताया कि स्वच्छता के लिए कक्षावार अभ्यास और विद्यार्थियों को वैयक्तिक रूप कुड़ेदान में वस्तुओं को डालने, नाखुन सफाई, हाथ धुलाई, आदि स्वच्छता आदतेें विकसित किए जाने पर जोर दिया जाएगा।

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