इलाहाबाद में सुनियोजित एवं प्रणालीगत फ्रॉड (कपट)

झांसी स्थित युनाइटेड फेलोशिप फॉर क्रिश्चियन सर्विस द्वारा इलाहाबाद में सुनियोजित एवं प्रणालीगत फ्रॉड (कपट)

वोमेन्स यूनियन मिशनरी सोसाइटी ऑफ अमेरिका (संयुक्त राज्य अमेरिका में वर्ष 1861 मंे पंजीकृत) के स्वामित्व से सम्बन्धित राजस्व अभिलेखों, जो कि सिविल स्टेशन इलाहाबाद में स्थित है, को कपटपूर्वक झांसी आधारित सोसाइटी, युनाइटेड फेलोशिप फॉर क्रिश्चियन सर्विस ने परिमार्जित कर दिया। वोमेन्स यूनियन मिशनरी सोसाइटी ऑफ अमेरिका ने उक्त सम्पत्ति को वर्ष 1871 में अधिग्रहित किया था और उस पर एक प्राथमिक कन्या विद्यालय तथा कलवरी बाइबिल स्कूल इत्यादि का निर्माण किया।
युनाइटेड फेलोशिप फॉर क्रिश्चियन सर्विस, झांसी के कथित पदाधिकारियों ने जिला मजिस्ट्रेट इलाहाबाद को धोखे व जालसाजी से इस बात का विश्वास दिला दिया कि यह वही संस्था है जिसने सम्पत्ति अधिग्रहित की थी और फिर 1918 में पुनः जारी विलेख की प्रति को संलग्नक कर पट्टे का नवीनीकरण अपने नाम में पट्टे करा लिया। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि युनाइटेड फेलोशिप फॉर क्रिश्चियन सर्विस, झांसी के पक्ष में कोई कार्य विलेख या कोई अन्य प्रपत्र अस्तित्व में नहीं है और उसका पंजीकरण वोमेन्स यूनियन मिशनरी सोसाइटी के नाम से वर्ष 1954 में हुआ था। इसलिए यह ंअसम्भव है कि 1954 में स्थापित सोसाइटी 1918 या 1871 से भूमि की स्वामी हो।
यह कि वोमेन्स यूनियन मिशनरी सोसाइटी ऑफ अमेरिका (अब इंटरसर्व यूएसए) के अधिवक्ता द्वारा प्रतिवेदित एक जनसूचना अधिकार प्रार्थना पत्र के द्वारा ज्ञात हुआ कि दिनांक 16.03.2015 को संस्था के रूप में (मिथ्या रूपण करके) श्री हरेन्द्र कुमार मसीह तथा कुमारी शान्ता कैरूनिया (क्रमशः भारतीय सोसाइटी के कथित अधिशाषी सचिव तथा अध्यक्ष) ने जिला मजिस्ट्रेट इलाहाबाद को, कपटपूर्वक और अवैधानिक रूप से, सम्बोधित करते हुए एक पत्र लिखा और उसमें भारतीय सोसाइटी युनाइटेड फेलोशिप फॉर क्रिश्चियन सर्विस के नाम पर सम्पत्ति के पट्टे को नवीनीकृत करने की प्रार्थना की। इस धोखे और मिथ्या प्रतिरूपेण के आधार पर ही, युनाइटेड फेलोशिप फॉर क्रिश्चियन सर्विस ने सम्पत्ति को पट्टा धारण (स्मंेम भ्वसक) से मुक्त धारण (थ्तमम भ्वसक) में बदलने के लिए कलक्टर इलाहाबाद के समक्ष प्रतिवेदन कर दिया ताकि सम्पत्ति (भूमि) का विक्रय किया जा सके। इंटरसर्व यूएसए के प्रतिवेदन पर सम्पत्ति को मुक्त धारण (थ्तमम भ्वसक) के रूप में बदलने की प्रक्रिया स्थगित और विलम्बित है। हालांकि, युनाइटेड फेलोशिप फॉर क्रिश्चियन सर्विस की अभ्यस्तता के अनुसार इस बहुमूल्य सम्पत्ति, जिसका मूल्य दो सौ करोड़ रुपयों से भी अधिक है, को एकदम सस्ते और औन पौने मूल्य पर अवैध रूप से विक्रय और कब्ज़ा करने के भूमाफियाओं के साथ संगठित प्रयास हो रहे हैं।
अन्य स्थानों में भी युनाइटेड फेलोशिप फॉर क्रिश्चियन सर्विस, झांसी द्वारा अपनायी गई कार्य प्रणाली राजस्व अधिकारियों के साथ दुरभिसंधि करके व राजस्व अभिलेखों में बदलाव करके वोमेन्स यूनियन मिशनरी सोसाइटी ऑफ अमेरिका के स्वामित्व वाली भूमि को बेचने के रूप में ज्ञात एवं विदित है। स्वामी का मिथ्या रूप धारण करके, युनाइटेड फेलोशिप फॉर क्रिश्चियन सर्विस ने वोमेन्स यूनियन मिशनरी सोसाइटी ऑफ अमेरिका की भूमियों को उन शर्तों पर जो आमुख से ही कपटपूर्ण हैं और वृत्त दर (सर्किल रेट) से कहीं नीचे अधिमानी क्रेताओं की अपनी मण्डली को विक्रय कर दिया या विक्रय करने का इकरार कर लिया। युनाइटेड फेलोशिप फॉर क्रिश्चियन सर्विस, झांसी का इस तरह का प्रकरण फतेहपुर में राज्य प्रशासन व अधिकारियों के सामने आया है।
सर्वश्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने ऐसी असंगतता और धांधली का संज्ञान लिया ओर युनाइटेड फेलोशिप फॉर क्रिश्चियन सर्विस, झांसी द्वारा विक्रय भूमि के लिए फतेहपुर में जिला प्रशासन के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की है। जिला अधिकारियों को राजस्व अभिलेखों के कपटपूर्ण अवैधानिक परिमार्जन के लिए आरोपित किया गया है। युनाइटेड फेलोशिप फॉर क्रिश्चियन सर्विस ने छद्म रूप धारण करके फतेहपुर में 6.400 हेक्टेयर मुख्य और दुर्लभ अवस्थिति भूमि को विक्रय कर दिया जिसे कि जिला मजिस्ट्रेट की अनुमति के बिना जिला मजिस्ट्रेट महोदय द्वारा निर्धारित सर्किल रेट (वृत्त दर) के बहुत नीचे नब्बे लाख (ए0मु0 90,00,000/-) रुपयों में विक्रय कर दिया गया।
वोमेन्स यूनियन मिशनरी सोसाइटी ऑफ अमेरिका ने इस प्रार्थना के साथ माननीय जिला मजिस्ट्रेट इलाहाबाद महोदय के संज्ञान में उपरोक्त तथ्य अभिसूचित कर दिये हैं कि उनके कार्यालय के साथ हुए इस मिथ्या रूपण, दुर्व्यपदेशन और कपट के अपराध में लिप्त दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध समुचित और उपयुक्त कार्यवाही प्रारम्भ की जाये।
इंटरसर्व यूएसए ने भूमाफियाओं से इन महत्वपूर्ण सार्वजनिक और धार्मिक संस्थानों की सम्पत्ति की रक्षा हेतु आवश्यक कदम उठाने हेतु उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के प्रति आभार प्रकट किया है।

error: Content is protected !!