जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट का पहला ई-कन्वोकेशन सम्पन्न, ग्रैजुएट हुए विद्यार्थियों का अभिनंदन

माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह थे जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के पहले ई-कन्वोशन के मुख्य अतिथि
जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के जयपुर, नोएडा, लखनऊ और इंदौर कैम्पस के 900 से अधिक विद्यार्थी ग्रैजुएट हुए

जयपुर, 15 मई 2020: वैश्विक महामारी और लॉकडाउन के मद्देनजर जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने आज पहली बार ई-कन्वोकेशन का आयोजन और समापन किया जिसमें संस्थान के जयपुर,नोएडा, लखनऊ और इंदौर कैम्पस के 900 से अधिक विद्यार्थी ग्रैजुएट हुए। मुख्य अतिथि श्री राजनाथ सिंह, माननीय मंत्री, भारत सरकार ने अपनी उपस्थिति से ई-कन्वोकेशन की गरिमा बढ़ाई।

इस साल जयपुर कैंपस से ग्रैजुएट हुए 226 विद्यार्थियों में प्रोग्राम टॉपर सुश्री अनुष्का भाटिया ने स्वर्ण जीता और रजत पदक सुश्री सृष्टि पालीवाल को दिया गया।
प्रोग्राम दिन के 11 बजे शुरू हुआ और इसमें मुख्य अतिथि समेत संस्थान के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, विभिन्न निदेशक, शिक्षक और विद्यार्थी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित हुए। इस अवसर पर स्वागत् संबोधन संस्थान के अध्यक्ष श्री शरद जयपुरिया ने दिया।
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए संस्थान के अध्यक्ष श्री शरद जयपुरिया ने कहा, ‘‘मैं मैनेजमेंट में पोस्टग्रैजुएट डिप्लोमा के लिए कड़ी मेहनत करने और शानदार उपलब्धियां दर्ज करने के लिए हमारे सभी विद्यार्थियों को बधाई देता हूं। इस स्तर की शिक्षा पूरी करने का अवसर मिलना सौभाग्य की बात है। आज के दिन आप ने जीवन की सफलता की सीढ़ी पर बड़ा कदम रखा है। आपके सीखने के परिवेश से बाहर कदम रखने और कॉर्पोरेट कैरियर शुरू करने के बाद आपके सामने न तो कोई करिकुलम और न ही ग्रेड होगा। हर दिन एक अलग चुनौती होगी। आप जो हासिल करने की कोशिश में हैं उस पर केंद्रित रखना होगा।’’
स्वागत् संबोधन के बाद संस्थान के उपाध्यक्ष श्री श्रीवत्स जयपुरिया ने संक्षिप्त में अपनी बात रखी और वर्ष 2019-2020 के लिए जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की प्रगति रिपोर्ट पेश की।

‘‘कोविड-19 की वैश्विक महामारी के साथ आईं तमाम अभूतपूर्व चुनौतियों के बावजूद जयपुरिया के संस्थानों ने अडिग होने का परिचय दिया है और परिस्थिति के प्रति अनुकूलता दिखाते हुए इस अनिश्चित समय में भी अपने सभी भागीदरों, खास कर विद्यार्थियों की रक्षा कर रहा है। हमारे अधिकांश विद्यार्थियों के लिए जयपुरिया में कदम रखना एक अच्छे कॉर्पोरेट कैरियर की शुरुआत है। कोविड 19 के लॉकडाउन के बावजूद हमारे 90 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों का मार्च के अंत तक प्लेसमेंट हो गया था। लॉकडाउन के बाद भी 30 से अधिक विद्यार्थियों के प्लेसमेंट हुए। हमारी टीम अपने बाकी विद्यार्थियों का हाथ थामे उनके हित में लगातार काम करती रही है। मुझे विश्वास है कि जल्द ही उन विद्यार्थियों के सपने पूरे किए जाएंगे,’’ संस्थान के उपाध्यक्ष श्री श्रीवत्स ने बताया।

इसके बाद श्री राजनाथ सिंह ने विद्यार्थियों से कुछ संवाद किए। उन्होंने ग्रैजुएट विद्यार्थियों को बधाई दी और सुनहरे भविष्य के लिए प्रेरित करते हुए कहा, “मैं सभी ग्रैजुएट को अपनी शुभकामनाएं देता हूं और शैक्षिक सफर में उनके अथक प्रयास और दृढ़ विश्वास के लिए उन्हें बधाई देता हूं। मुझे यकीन है कि जयपुरिया के संस्थान से प्राप्त ज्ञान आपको सशक्त बनाएगा और आपको भावी चुनौतियों का सामना करने और सफलता हासिल करने की शक्ति देगा। ”

युवा शक्ति पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि सहयोग और सामूहिक प्रयास हमारी सफलता की कुंजी है। इतिहास गवाह है कि जब भी युवा एकजुट हुए हैं नया इतिहास रचा है। तकनीक के प्रयोग से अभिनव समाधान देना सफलता का नया नियम होगा। इस कठिनतम दौर और चुनौती के माहौल में प्रौद्योगिकी सही अर्थों में हमारा बचाव करेगी। इसलिए मैं नए भारत के निर्माण में प्रौद्योगिकी और युवाओं में असीम संभावनाएं देखता हूं।

अंत में उन्होंने 21 वीं सदी के भारत के लिए प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी का सपना साझा किया और यह जोर दिया कि हमें बलवान, धनवान, ज्ञानवान और आत्मा निर्भर भारत बनाना है। उन्होंने इसके लिए विद्यार्थियों से कमर कसने और इस सपने को साकार करने की अपील की।
विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए संस्थान ने मेधावी छात्रों को पदक प्रदान किए। इस साल लखनऊ कैम्पस से 295 विद्यार्थी ग्रैजुएट हुए और सुश्री शुभी सिन्हा ने न केवल प्रोग्राम टॉपर के रूप में स्वर्ण पदक जीता, बल्कि ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ भी घोषित की गई। रजत पदक लखनऊ कैंपस के रिशप कुमार गंगनान को दिया गया।

नोएडा कैम्पस से इस साल 293 विद्यार्थी ग्रैजुएट। पीजीडीएम प्रोग्राम का स्वर्ण पदक मुदित जोशी ने जीता जबकि नितिन गोयल को समग्र रूप से सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी और सुश्री अंशिका गुप्ता को इस साल की सर्वश्रेष्ठ छात्रा का सम्मान दिया गया।

इंदौर कैम्पस में इस वर्ष 127 विद्यार्थी ग्रैजुएट हुए। इनमें सुश्री अमृता लुधवानी ने स्वर्ण पदक जीता और सुश्री ऋतु जग्यासी ने रजत पदक जीता।

इसके अतिरिक्त जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने सर्वश्रेष्ठ शिक्षक और विशिष्ट पूर्व विद्यार्थी पुरस्कार भी दिए। ‘शिक्षण में उत्कृष्टता’ और ‘समग्र सकारात्मक प्रभाव’ श्रेणियों के तहत शिक्षकों को 8 पुरस्कार दिए गए। शिक्षण में उत्कृष्टता के लिए जयपुरिया लखनऊ के डॉ. अथर महमूद; जयपुरिया नोएडा के डॉ. एस.आर. सिंघवी; जयपुरिया इंदौर के डॉ. जगदीश भागवत और जयपुरिया जयपुर की डॉ. स्वाति सोनी को ये विशिष्ट पुरस्कार दिए गए। ‘समग्र सकारात्मक प्रभाव’ के लिए जयपुरिया लखनऊ के डॉ. अथर महमूद; जयपुरिया नोएडा के प्रो. अजय बंसल, जयपुरिया जयपुर की प्रो रीमा नमहाटा और जयपुरिया इंदौर की देविका त्रेहन ने पुरस्कार जीते।

पूर्व विद्यार्थियों का अभिनंदन करते हुए जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने भी विशिष्ट उपलब्धि दर्ज करने वाले अपने पूर्व छात्रों को पुरस्कार प्रदान किए। जयपुरिया लखनऊ कैंपस की ओर से प्रो. रूबी बख़्शी खुर्दी (बैच 1995-1997) को शैक्षिक उत्कृष्टता के लिए, श्री सचिन कपूर (बैच 2000-2002) को उद्यमिता के लिए, श्री रूपेश नाथ (बैच 2001-2003) को कॉर्पोरेट उत्कृष्टता के लिए और सुश्री गरिमा श्रीवास्तव (बैच 2012-2014) को उत्कृष्ट सार्वजनिक सेवा के लिए पुरस्कार दिए गए।

नोएडा कैम्पस के विशिष्ट उपलब्धि दर्ज करने वाले पूर्व छात्र का पुरस्कार जयपुर कैम्पस के श्री अभय कुमार कश्यप (बैच 2004-2006) और श्री ललित शर्मा (बैच 2009-2011) को दिए गए। इंदौर कैंपस के लिए यह पुरस्कार श्री अभिषेक चंदन (बैच 2012-2014) को दिया गया।

जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट का पहला ई-कन्वोकेशन बहुत उत्साहवर्धक रहा और अपार हर्षोल्लास के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

error: Content is protected !!