गांव में ही विकलांग युवकों को आजीविका उपलब्ध कराये

अजमेर। अजमेर शास्त्री नगर जटिया हिल्स स्थित जिला विकलांग पुर्नवास केन्द्र जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष योग्यजन को रोजगार से जोडऩे, उनमें आत्म विश्वास जागृत करने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर के सहयोग से संचालित अजमेर के इस केन्द्र ने जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में मूक बधिर बच्चों को उपकरण श्रवण यंत्र, विकलांग युवकों को छोटा-मोटा धंधा कर उनके गांव में ही आजीविका के संसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में नवाचार किया है।
अपने उद्देश्य के लिए समर्पित केन्द्र प्रभारी सुरेश मेहरा ने बताया कि सीमित संसाधनों के बावजूद केन्द्र ने ग्रामीण क्षेत्रों के विकलांग व्यक्तियों का चयन कर उनके गांव में ही गोली, टॉफी, बिस्कुट बेचने आदि का दैनिक कारोबार करने के लिए मसूदा के ग्राम खानपुरा के विकलांग रामदेव, ग्राम लासादी की पिंका, रामबाडिय़ा के बन्नी, सारजिया के गोपाल, श्यामगढ़ के सायर सिंह, मसूदा के इस्मायल, माताजी के खेड़ा के भैंरू, किराप के मातिया तथा मानपुरा के विकलांग प्रभु को महावीर विकलांग सहायता समिति की ओर से सभी 9 युवकों को 718-718 रूपये दिये गये।
पीसांगन पंचायत समिति के ग्राम भगवान पुरा में सरपंच रमेश की अध्यक्षता में आयोजित शिविर में भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति की ओर से रामसिंह राजावत, लादू सिंह, गोपी लाल, रूप सिंह, हिमांशु, हीरा कंवर, कमला, रमजान, निम्बाराम, परसाराम, उगमाजी, राधा कंवर, रतनी कंवर की ओडियोमैट्री कर श्रवण यंत्र उपलब्ध कराये हैं।
मेहरा ने बताया कि इसी शिविर में बिरदा व हीरा कंवर को ट्राइसाइकिल उपलब्ध कराने हेतु चिंहित किया गया है। मुख्य सचेतक डॉ. रघु शर्मा ने केकड़ी पंचायत समिति परिसर में आयोजित विशेष योग्यजन शिविर में 50 कम सुनने वाले व्यक्तियों को श्रवण यंत्र दिये।

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