जन्म-मृत्यु रजिस्ट्रेशन कार्य-73 नई पंजीकरण ईकाईयां अधिसूचित

अजमेर। अजमेर जिले में जन्म एवं मृत्यु रजिस्ट्रेशन कार्य में समन्वय एवं सुधार के लिए 70 नई पंजीकरण ईकाईयां अधिसूचित की गई है। इनमें 9 शहरी क्षेत्र तथा 64 ग्रामीण क्षेत्रों में है। प्रसूता को डिस्चार्ज टिकट के साथ ही शिशु का जन्म प्रमाण-पत्र भी प्राप्त हो जाए इसकी व्यवस्था की गई है।
जिला स्तरीय जन्म-मृत्यु रजिस्ट्रेशन कार्य में समन्वय एवं सुधार हेतु गठित समिति की आज कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के उपनिदेशक श्री हरि ओम शुक्ल ने यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2012 में जिले को जन्म पंजीयन हेतु 74 हजार 787 एवं मृत्यु पंजीयन हेतु 18 हजार 767 का लक्ष्य प्राप्त हुआ था। जिसके अन्तर्गत जन्म पंजीयन 72 हजार 143 एवं मृत्यु पंजीयन 21 हजार 70 हुआ, जो क्रमश: 96.4 एवं 112 प्रतिशत है।
बैठक में बताया गया कि खण्ड स्तर पर प्रतिवर्ष जन्म-मृत्यु पंजीकरण प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है, सरकारी व निजी स्कूलों में बिना जन्म प्रमाण पत्र के विद्यालय में नामांकन नहीं करने की व्यवस्था की गई है, राशन कार्ड में नवजात शिशु का नाम जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर अंकित होगा, पंचायत समिति, नगर परिषद, नगर पालिका, नगर निगम की आयोजित साधारण सभा की बैठक में इस अभियान पर चर्चा की जाए, जन्म-मृत्यु का शत-प्रतिशत पंजीकरण हो तथा 0 से एक वर्ष का बच्चों का सर्वे जो ए.एन.एम. व आंगनबाडी कार्यकर्ता द्वारा किया जाता है, उन सभी बच्चों का जन्म पंजीकरण कराया जाए।
बैठक में जन्म-मृत्यु पंजीकरण के व्यापक प्रचार-प्रसार पर जोर देते हुए इसमें जन भागीदारी एवं महिला जागृति पर विशेष ध्यान देने का सुझाव दिया गया। बैठक में जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री महेन्द्र सिंह शर्मा, विभिन्न नगर पालिकाओं के प्रतिनिधि एवं संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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