मेरी तरह बृद्ध /बरिष्ठ जन कैसे जन्म दिवश मना सकते है ?

संतोष गंगेले
संतोष गंगेले
– संतोष गंगेले – जन्म दिवस के दिन सबसे पहिले सुबह बिस्तर से उठते ही परमपिता को याद करो की हमें आपने जो काया दी ,वह निरोगी है या रहे , संसार की सभी बस्तुओ से अमूल्य अपना स्वास्थ्य निरोगी हो ,ईश्वर की इससे बड़ा उपहार कोई नहीं है न कोई दे सकता है। इसलिए प्रभु को याद करो , पिछले अच्छे बुरे कर्मो की समीक्षा करो ,अब जीवन किस तरह हम अपना सुधार कर सकते है जिससे हमें ख़ुशी मिले और दूसरो को ख़ुशी दे सकते है। नित्य क्रिया करते हुए , अपने धर्म व पंथ के अनुसार प्रार्थना -आराधना करें। अपनी पुण्य व पापों को जल्दी याद करते हुए उन्हें ईश्वर के चरणो में डाल कर क्षमा याचना करे। अपने नेत्रों ,जींभ ,मन ,वाणी ,व हाथों पर नियंत्रण करने से हम मानव से महापुरुष बनने लगते है। संतोष गंगेले
अपने यदि माता -पिता है तो घर में उनका आशीर्वाद ले , बच्चो व पत्नी को आप आशीर्वाद स्वंम दे। साथ ही अपने द्वारा पूर्ब में कहे कटु वचनो या गलत शब्दों को क्षमा करने की बात अपने घर से ही शुरू करों। घर से निकल कर गरीब ,अनाथो ,भूख से पीड़ित या परेशान की मदद करो ,ऐसा करने का संकल्प लो। हम आप जन्म दिवस मनाने के पात्र नहीं है , लेकिन अपना जन्म दिवस जरूर मनाओ क्यों की इससे हम भारतीय संस्कृति व संस्कारो को बचा सकते है। अपने घर परिवार के लोगो को खुश कर सकते है। आप अपने रूठो को मन सकते है। अपने गलती को भूल सकते है। अपने मित्रो ,दोस्तों ,सहयोगी साथिओ को चाय या नास्ता की पार्टी ले कर अपनी मित्रता को और मजबूत कर सकते है।
किसी सार्बजनिक स्थान पर अपने बरिष्ठ नागरिको का सम्मान करे , किसी स्कूल -पाठशाला में जाकर बच्चो को प्रोत्साहित करे , उनके बीच जा जाकर अपने जीवन के अनुभव इस प्रकार से दे जो बच्चो को कहानी की तरह लगे लेकिन उनके जीवन में आप के जन्म डिस्व एक प्रेरणा बन कर उन्हें सद मार्ग मिल सकता है। अपराध व समाज विरोधी काम से भय होगा। परिवार में आदर भाव को स्थान मिलेंगे।
अपने बेटी -बेटा , पुत्र बधु , नतिओ को स्नेह व प्यार के दो शब्द दो जिससे उनके ह्रदय में स्थान बने। आज के दिन का संकल्प ऐसा हो की आज से हम क्रोध नहीं करेंगे , बुरा नहीं करेंगे ,अपने अनंत इच्क्षाओं को सिमित करेंगे। नियम व संयम का पालन करेंगे। बुरा न सोचना, बुरा न बोलना ही शांति व सुख का मार्ग है।
नोट -यह कार्य हमने किया है और करेगें।
हम सुधरेंगे -युग सुधरेगा। हम बदलेंगे -युग बदलेगा।
गणेश शंकर विधार्थी प्रेस क्लब मध्य प्रदेश संगठन अध्यक्ष [संतोष गंगेले ]की हार्दिक शुभ कामनाएं स्वीकार करें। पिछले गल्तिओ को क्षमा कर मुझे अपने ह्रदय व आत्मा को थोड़ा स्थान दें।

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