है राम जगत के प्रतिपालक ,
इस भरत भूमि के संचालक ।
जो जन-जन के आराध्यदेव ,
उनका मंदिर निर्माण करें ।
पर मर्यादा में काम करें ।।
तोड़ें हठ की दीवारों को ,
त्यागे भीतर के खारों को ।
जब प्रश्न आस्थाओं का है ,
तो प्रश्नों का सम्मान करें ।
पर मर्यादा में काम करें ।
जो नमक मिलाते शक्कर में ,
क्यों उलझे उनके चक्कर में ।
घर का मसला है, घर में ही ,
मिल-बैठे और निदान करें ।
पर मर्यादा में काम करें ।
– नटवर पारीक