नमस्कार,
अगर स्वच्छता के प्रति आप यह शपथ लेकर इस पर अमल करते है, तो मैं समझता हूँ, आप हमारे गांव, कस्बा, शहर, प्रान्त और भारत देश के निर्माण में अपना अमूल्य योगदान देंगे और दूसरे लोगों के सामने अच्छे नागरिक होने का उदाहरण पेश करेंगे।
” मैं स्वच्छता के प्रतिबद्ध रहूंगा और इसके लिए समय समर्पित करूंगा। मैं प्रति वर्ष सौ घण्टे अर्थात दो घण्टे प्रति सप्ताह स्वच्छता के लिए स्वेच्छा से काम करूंगा। मैं न तो खुद कूड़ा-करकट से गंदा करूंगा, न दूसरों को कूड़ा-करकट से गंदा करने दूंगा। मैं स्वच्छता के लिए जांच की शुरुआत स्वयं से, मेरे परिवार से, मेरे परिक्षेत्र से, मेरे गांव से और मेरे कार्यस्थल से करूंगा। मेरा विश्वास है कि दुनिया के देशों में जहां स्वच्छता दिखाई देती है, इसका कारण यह है कि उनके नागरिक कूड़ा-करकट से गंदा करने में लिप्त नहीं रहते और न ही ऐसा होने देते हैं। इस दृढ़ विश्वास के साथ मैं स्वच्छ भारत मिशन के संदेश का प्रचार गांवों और कस्बों में करूंगा। मैं सौ अन्य व्यक्तियों को इस प्रतिज्ञा के लिए प्रोत्साहित करूंगा, जो मैंने आज की है। मैं यह प्रयास करूंगा कि वे स्वच्छता के लिए अपने सौ घण्टे समर्पित करे और मुझे विश्वास है कि स्वच्छता के प्रति मेरे द्वारा बढ़ाया गया प्रत्येक कदम मेरे देश को स्वच्छ बनाने में सहायक होगा।”
अपीलकर्ता
एल एल शर्मा
चीफ रिपोर्टर
दैनिक नवज्योति