कोरोना वह महामारी जिससे पूरा विश्व प्रभावित है इसका प्रभाव अब भारत में भी दिखने लगा है किंतु देशवासियो ने इसको एक त्योहार के रूप में परिवर्तन कर दिया है किसीभी विपदा से लड़ने के लिए उस देश का मनोबल उच्चा होना चाहिये यदि आपका मनोबल उच्चा है तो आपके परिस्थिति कितनी ही विपरीत हो आप उस परिस्थिति के ऊपर जरूर पार पाएंगे । किन्तु उच्च मनोबल के साथ साथ सयम और अनुशासन भी आवश्यक होता है जैसे की हम सामाचार पत्रो मे पढ़ रहे है कई जगह कोरोना के खिलाफ लड़ रहे योद्धाओ पर हो रहे हमले गहन चिंता का विषय है वह योद्धा हमारी रक्षा के लिये दिन-रात मेहनत कर रहे है वह बधाई के पात्र है । हमे उनका मनोबल बढ़ाने की आवश्यकता है ना कि मनोबल हीन करने की। प्रत्येक देशवासी को आज इस विपदा के समय एक शपथ लेनी चाहिये कि हम सभी सरकार द्वारा जारी निर्देशो का पालन करेंगे और इस लड़ाई में देश को विजय बनायेंगे और विश्व को देश की एकजुटता का संदेश देग
पीयूष पारीक