संकट की घड़ी में सबका सहयोग जरूरी बताया गहलोत ने,
लोगों के सहयोग पर संतोष भी व्यक्त किया मुख्यमंत्री ने
-निरंजन परिहार-
जयपुर। कोरोना से जंग लड़ रहे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लॉकडाउन से अटके प्रवासी श्रमिकों की समस्या के निवारण की दिशा में अपने कदम तेज कर लिए हैं। भले ही राजस्थान के श्रमिक दूसरे प्रदेशों में अटके हुए हैं या राजस्थान में अन्य प्रदेशों के श्रमिक परेशान हैं, गहलोत ने कहा है कि इन श्रमिकों परेशानियों को लेकर राजस्थान सरकार गंभीर है। लाखों की संख्या में अटके हुए इन श्रमिकों को अपने-अपने गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वे लगातार केंद्र सरकार से बातचीत चल रही हैं। मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, दिल्ली हरियाणा, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक व मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्रियों से इस बारे में चर्चा की है। गहलोत ने उम्मीद जताई है कि शीघ्र ही इस समस्या का संतोषजनक हल निकलेगा।
मुख्यमंत्री गहलोत ने जयपुर में मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मॉडिफाइड लॉकडाउन को लेकर उप मुख्यमंत्री, मंत्रीगण, संबंधित विभागों के सचिवों एवं जिला कलेक्टरों के साथ समीक्षा के दौरान चर्चा में यह कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान लंबे समय तक घरों में रहने और व्यवसाय बंद रहने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में जनता का मनोबल बनाए रखना जरूरी है। उन्होंने शिक्षाविदों, समाजशास्त्रियों, लेखकों और विशेषज्ञों के सहयोग से समाज के मनोबल को बनाए रखने के प्रयास करने पर बल दिया। गहलोत ने इसके लिए बडे़ स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत बताई, जिसमें पैम्पलेट, वीडियो, लेख आदि के माध्यम से उन्हें प्रेरित और शिक्षित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से लड़ाई में दिन-रात जुटे कार्मिकों का विश्वास एवं मनोबल भी बनाए रखना बेहद जरूरी है।