ग़ज़ल

बहुत मैं दूर हूँ तेरे जहां से
मुझे मत ढूँढ क़दमों के निशां से

उसे नफ़रत वतन से हो भी कैसे
मोहब्बत हो जिसे उर्दू ज़बां से

अभी बिजली के गिरने में थी देरी
मकीं पहले निकल आए मकां से

नए अब दौर का आगाज़ लाज़िम
बड़ी आजिज़ है जनता हुक्मरां से

बलजीत सिंह बेनाम
सम्प्रति:संगीत अध्यापक
सम्पर्क सूत्र: 103/19 पुरानी कचहरी कॉलोनी, हाँसी
ज़िला हिसार(हरियाणा)
मोबाईल नंबर:9996266210

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