भारतीय सेना की गोरव गाथा ——कारगिल युद्ध पार्ट 4

j k garg
समस्त भारत में इस कारगिल युद्ध के दौरान अद्धभुत राष्ट्र प्रेम एवं देशभक्ति की भावना देखने को मिली थी | वहीं पाकिस्तान की पराजय के कारण पाकिस्तान में राजनैतिक और आर्थिक अस्थिरता बढ़ गई जिसकी परिणिति में नवाज़ शरीफ़ निर्वाचित सरकार का तख्ता पलट कर वहां की सेना के प्रमुख परवेज़ मुशर्रफ़ राष्ट्रपति बन गए।

कारगिल युद्ध के अनेकों शूरवीर बहादुर एवं फोलादी इरादों वाले जवानों में अनुज नायर, विक्रम बत्रा एवं योगेन्द्र यादव तो प्रमुख हैं ही, भारत को उनके और उनके साथीयों की वीरता तथा फोलादी देश भक्ति के इरादों से युद्ध में निर्णायक विजयश्री मिली थी | इस लड़ाई में मुख्य विजय टाईगर हिल्स पर कब्जें पर थी | कारगिल युद्ध के उपरोक्त नायकों के अतिरिक्त कारगिल संघर्ष के अन्य हीरों यथा केप्टिन जेरी प्रेमराज, केप्टिन शशि भूषण घड़ियाल,सूबेदार रघुनाथ सिंह एवं हवलदार सीसराम गिल के योगदान को भी समूचा राष्ट्र हमेशा याद रक्खेगा |

कारगिल विजय पर्व के 20वीं वर्ष गांठ के मोके पर समूचा भारत कारगिल संघर्ष के समस्त शहीदों को शत: शत: नमन करता है और उनके देशभक्ति के जज्बे को सलाम भी | समूचा राष्ट्र कारगिल विजय दिवस के मोंके पर भारत की अखंडता पर तिरछी नजर रखने वालों को कड़ी चेतावनी देता है कि वे अपनी नापाक हरकतों से बाज आयें | जयहिदं जय किसान और जय जवान

प्रस्तुतिकरण—डा. जे.के.गर्ग

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