
ये जानने के लिए आपको बीमार होना चाहिए
हमदर्द कैसा है ये जानने के लिए आपको जार-जार रोना चाहिए
इस जहां में मालो शोहरत कमाने के लिए
आपको गजब का कलाकार होना चाहिए
जब कभी घुप अंधेरा हो
एक तेज बाती का दिया बालना चाहिए
जुल्म का जहां हो बसेरा ‘श्याम’
खिलाफ उसके दहकता हुआ मशाल जलाना चाहिए। 00
– श्याम कुमार राई
‘सलुवावाला’