सब वोटों की राजनीति चल रही है …..

कीर्ति शर्मा पाठक
कीर्ति शर्मा पाठक

-कीर्ति शर्मा पाठक- राजस्थान में यात्राओं और आरोप प्रत्यारोपों का दौर चालू है ……
कांग्रेस और भाजपा दोनों एक दूसरे पर कीचड तो बहुत उछाल रहे हैं …
पर इस खुद ने क्या सार्थक प्रयास किये इसे नहीं खोल रहे ……
देखिये दोनों नेता क्या कह रहे हैं ??
वसुंधरा जी कहती हैं की प्रदेश में जयपुर सहित 9 जिलों में भूख से मौतें …
ठीक है ….
जब ये मौतें हुई तो आप कहा थे ??
आप चलिए लन्दन में आराम फरमा रहीं थीं तो क्या सारे के सारे भाजपा के झंडाबरदार सोये हुए थे?
हम तो एक अजमेर जिले का ही बता देते हैं ….कोई शोर नहीं मचा और न किसी भाजपाई जनप्रतिनिधि ने जा कर,जनता के टैक्स के पैसों से ही सही,कोई घोषणा ही की …..
अब बताइये कौन गुनहगार ??
क्या कांग्रेस
या बीजेपी
या दोनों ???
अब काहे चीख चीख कर रो रहे हैं ….
अब तो सब कुछ देख कर वोट देने की बारी है जनता की …..
अब अशोक गहलोत जी को ही लीजिये …..
आचार्य श्री के जैन समाज को अल्पसंख्यक घोषित किये जाने की मांग पर ठीकरा फोड़ दिया पिछली सरकार पर …..
कहा कि हम ने तो जैन समाज को पहले ही अल्पसंख्यक का दर्ज दे दिया था ……
इस के बाद हमारी सरकार चली गयी …..
ठीक है साब ……
तब चली गयी थी …..
अब चार साल से क्या कर रहे थे ??
और जब आप ने पहले दर्ज दे दिया था तो अब दिलवाने का प्रयास करूँगा इस वक्तव्य का क्या मतलब हुआ ??
पहले दे पाए थे और अब क्या रुकावट है ??
कुछ समझ नहीं आ रहा ……
सब वोटों की राजनीति चल रही है …..
बस किसी भी प्रकार से हमारी रोटियाँ सिक जाएँ …..
किसी भी प्रकार आरोप प्रत्यारोप की धूल मतदाता की आँखों में झोंक सत्ता हथियाई जाए …..
ताकि
इस बार मोटा माल हम और छोटा माल दूसरी पार्टी खाए …..
मौज है भैया मौज …..
जनता जातिवाद और साम्प्रदायिकता ,पैसे और पव्वे में उलझी, फैंकी हुई भीख लेती रहे और ये राजनैतिक पार्टियां माल उडाती रहें
कब जागेंगे हम ???
कब सचेत हो अपने अधिकारों और कर्तव्यों का सदुपयोग करेंगें ??
कब इस अनर्थ की आंधी को रोकेंगे …..
या ये क्रंदन सिर्फ क्रंदन ही रहेगा ?
किसी को जगा न पायेगा !!

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