‘क्या हुआ?’
‘कुछ घटा है।‘
‘किसके साथ घटा है?’
‘पता नहीं!’
कहकर भीड़ जमा हुई।
वारदात पर पुलिस आई
‘तहक़ीक़ात होगी’
कहकर
वह अगले पड़ाव के लिए रवानी हुई…
और फिर भीड़ छंट गई
ऐसे जैसे कुछ हुआ ही न था!
बस
आज की घटी घटना अतीत बन गई!
-देवी नागरानी