इस्लामाबाद। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के बाद एक और पाकिस्तानी आतंकवादी गुट ने घोषणा की है कि वह भी सरकार के साथ जारी शांति वार्ता में शामिल होना चाहता है। यह घोषणा शनिवार को एक धार्मिक नेता ने की। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, खबर एजेंसी में सक्रिय प्रतिबंधित लश्कर-ए-इस्लाम या इस्लाम की सेना ने गैर राजनीतिक धार्मिक संगठन जमात-ए-इशात-ए-तौहिद वा सुन्नह के प्रमुख मौलाना तैयब ताहिरी से सरकार से आतंकवादी संगठन की ओर से वार्ता करने को कहा है। ताहिरी ने आतंकवादी गुट द्वारा संपर्क और सरकार के साथ मध्यस्थता करने का आग्रह किए जाने की पुष्टि की है। लश्कर-ए-इस्लाम पर सुरक्षा बलों, सरकार समर्थक कबायली स्वयंसेवियों और नाटो के आपूर्ति ट्रकों पर कई बार हमले करने का आरोप है। इस आतंकवादी संगठन के नेता हाजी मंगल बाघ अफरीदी भूमिगत रहकर 2004 से सुरक्षा बलों के साथ लड़ रहे हैं और हजारों हत्याएं की हैं।
यह गुट एक अन्य धार्मिक गुट ‘अंसार-उल-इस्लाम’ के साथ खबर क्षेत्र में वर्षो से उलझता रहा।
सरकार ने अभी तक इस पेशकश पर कोई पहल नहीं की है।