ओबामा की धमकी पर रूस की चेतावनी

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप संबंधी बयान पर रूस ने पश्चिम को चेतावनी दी है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय मानदंडों और यूएन चार्टर का उल्लंघन करने की किसी को अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसे में सीरिया को लेकर विकसीत देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है।

गौरतलब है कि ओबामा ने पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा था कि सीरिया के शासकों की ओर से रासायनिक या जैविक हथियारों का प्रयोग या उनकी तैनाती वह ‘अंतिम सीमा’ होगी, जिसे पार करने से वहां सैन्य हस्तक्षेप संबंधी उनका फैसला बदल सकता है। ओबामा ने व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम असद सरकार और अन्य लोगों को भी यह स्पष्ट कर चुके हैं कि सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल या तैनाती हमारे लिए सब्र की अंतिम सीमा होगी। यह मेरे निर्णय को बदल सकता है।’

सीरिया पर सुरक्षा परिषद में वीटो पावर इस्तेमाल करने वाले रूस और चीन नई योजना बनाने में जुटे हैं। चीनी राजनयिक और सीरिया सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने लावरोव से मास्को में मुलाकात की। रूस और चीन पहले से ही सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप का विरोध करते रहे हैं। चीन के स्टेट काउंसलर दाइ बिंगुओ से मुलाकात के दौरान लावरोव ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी।

दरअसल, रूस चाहता है कि सीरिया समस्या का समाधान संयुक्त राष्ट्र के दायरे में ही हो, जहां रूस और चीन के पास वीटो इस्तेमाल का विकल्प भी रहेगा। लावरोव ने कहा कि सीरिया में सरकार और विद्रोहियों के बीच राष्ट्रीय सुलह अभी भी संभव है। रूस का कहना है कि सीरिया में लीबिया जैसी सैन्य कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।

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