करोड़ों अमरीकियों पर सैंडी का कहर, 11 मौतें

मूसलाधार बारिश, तेज हवाओं और ऊंची लहरों से साथ चक्रवाती तूफान सैंडी अमरीका के पूर्वी तट को छूने के बाद न्यूयॉर्क भी पहुंच गया है. अब इसने लाखों अमरीकियों के जीवन पर सीधे असर डालना शुरु कर दिया है.

जर्सी, न्यूयॉर्क, मैरीलैंड, पैंसलवेनिया और कनेक्टिकट में अब तक इस तूफान से अब तक 11 लोगों के मरने की खबर है.

न्यूयॉर्क में समुद्र में चार-चार मीटर ऊँची लहरें देखी गई हैं जबकि बारिश का पानी सड़कों और कई सब-वे में भर गया है.

पांच करोड़ प्रभावित

एक अनुमान के मुताबिक करीब पांच करोड़ अमरीकी इस तूफान से प्रभावित हुए हैं. कम से कम 11 राज्यों में 30 लाख से अधिक अमरीकियों के घरों में बिजली नहीं है और 10 लाख लोगों को दूसरे सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा चुका है.

कई पूर्वी शहरों में यातायात थम गया है और असर अमरीका के राष्ट्रपति के चुनावों पर भी पड़ा है. खराब हालात को देखते हुए राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनके प्रतिद्वंदी मेट रोमनी ने अपने चुनाव अभियान स्थगित करने का फैसला किया है.

न्यू जर्सी की अटलांटिक सिटी पर तूफान का बुरा असर पड़ा है. पानी भरने के कारण अब तक वहां से 30 हजार नागरिकों को हटाया गया है. जबकि न्यूयॉर्क के लोअर मैनहैटन में करीब पौने चार लाख निवासियों को अपने घर छोड़ने को कह दिया गया है.

न्यूजर्सी में मौजूद अमरीका के सबसे पुराने परमाणु बिजली घर आयस्टर क्रीक को शहर में लगातार बारिश भरने के कारण सचेत रहने को कहा गया है.

न्यूयॉर्क राज्य के संचालन निदेशक हॉवर्ड ग्लास्टर ने कहा, “लोअर मैनहैटन में समुद्र का पानी भर गया है. मैं ज्यादा बढ़ा चढ़ा कर नहीं बता रहा हूं. पानी बैटरी टनल में भर गया है. ”

बैटरी टनल मैनहैटन को लॉन्ग आयलैंड से जोड़ती है.

बत्ती गुल

मैनहैटन को बिजली की सप्लाई करने वाली कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि करीब दो लाख 50 हज़ार ग्राहक बिजली के वंचित हैं.

न्यूयॉर्क के मेयर माइकल ब्लूमबर्ग ने कहा कि तूफान की गति अनुमान से अधिक है. लेकिन उन्हें उम्मीद है कि आधी रात से पानी का स्तर कम होना शुरु हो जाएगा.

इससे पहले न्यूजर्सी के तट पर स्थानीय समय के अनुसार सोमवार को रात आठ बजे करीब 129 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार के साथ सैंडी ने अपने पहुँचने का जबरदस्त एहसास करवाया.

आशंका है कि इस तूफान से छह करोड़ से भी ज्यादा अमरीकी प्रभावित होंगे. न्यू जर्सी के यूनिवर्सिटी अस्पताल में बिजली न होने के कारण मरीजों को बाहर निकाल कर दूसरी जगहों पर भेजना पड़ा है.

इस तूफान के चलते लाखों घरों में अंधेरा है, यातायात व्यवस्ता पूरी तरह से चरमरा गई है और 14000 विमानों की उड़ानें को रद्द करना पड़ा है.

कैरिबिया में सौ से अधिक जिंदगियां इस तूफान की भेंट चढ़ चुकी हैं.

राष्ट्रपति बराक ओबामा अपना चुनावी प्रचार छोड़कर तूफ़ान पर निगरानी रख रहे हैं और उन्होंने कहा है कि अमरीकियों को इस तूफ़ान को गंभीरता से लेना चाहिए.

 

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