पाकिस्तान में फिर पोलियो कर्मचारी पर हमला, दो की मौत

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम में संयुक्त राष्ट्र समर्थित पोलियो टीकाकरण दलों पर बंदूकधारियों ने आज दोबारा हमले किए जिसमें दो और पोलियो कर्मचारी मारे गए जबकि छह अन्य घायल हो गए।

इससे पहले मंगलवार को कराची और पेशावर में छह स्वास्थ्य कर्मचारियों को गोलियों से भून दिया गया था।

अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रव्यापी पोलियो-रोधी अभियान चलाने में जुटे दलों पर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पेशावर, चारसाड्डा, और नौशेरा में हमले किए गए।

चारसाड्डा के शाबकदार इलाके में बंदूकधारी ने एक वाहन पर गोलियां चलाईं, जिससे पोलियो-रोधी अभियान की महिला निरीक्षक और उसके चालक की मौत हो गई।

सरकारी रेडियो पाकिस्तान की खबर के अनुसार, चारसाड्डा, नौशेरा और पेशावर में तीन अलग-अलग हमलों में पांच लोग घायल हो गए थे।

टीकाकरण दल में शामिल एक स्वयंसेवी पेशावर के दाउदजेई इलाके में हुए हमले में घायल हो गया था। इस स्वयंसेवी को पास के अस्पताल में ले जाया गया था।

टीवी चैनलों की खबर के अनुसार, बंदूकधारियों ने महिला स्वास्थ्यकर्मियों को चेतावनी दी थी कि अगर उन्होंने पोलियो रोधी अभियान के साथ काम जारी रखा तो उनकी हत्या कर दी जाएगी।

मंगलवार को पेशावर में एक 14 वर्षीय स्वयंसेवी की मौत और जारी हमलों के बावजूद खैबर पख्तूनख्वा के प्रशासन ने पोलियो रोधी अभियान को जारी रखने का फैसला किया है।

मंगलवार को कराची और पेशावर में हुए हमलों में पांच महिला स्वास्थ्य कर्मी मारी गई थीं। एक पुरुष स्वास्थ्य कर्मी की हत्या सोमवार को कराची में गोली मारकर कर दी गई थी। इससे पहले दो दिन में मरने वालों की संख्या कुल छह पहुंच गई।

विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनीसेफ ने कहा कि वे छह टीकाकर्मियों के मारे जाने के बावजूद पाकिस्तान में पोलियो-रोधी अभियान को जारी रखेंगे। हालांकि उन्होंने सरकार और समाज से स्वास्थ्यकर्मियों को सुरक्षा मुहैया कराने की पूरी कोशिश करने की अपील की।

मंगलवार को हुए हमलों के बाद सिंध प्रांत की सरकार ने टीकाकरण अभियान को निलंबित कर दिया। कराची सिंध प्रांत की राजधानी है।

पाकिस्तान उन तीन देशों में से एक है, जहां पोलियो आज भी एक महामारी के रूप में मौजूद है। दो अन्य देश अफगानिस्तान और नाइजीरिया हैं।

पोलियो रोधी अभियानों के कर्मचारियों पर हुए इन हमलों की जिम्मेदारी किसी भी समूह ने नहीं ली है, लेकिन पाकिस्तानी तालिबान पहले टीकाकर्मियों को धमका चुका है।

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