भारतीय जवानों के बाद पाकिस्तान में सिख का सिर कलम

पाकिस्तानी सेना द्वारा दो भारतीय जवानों को मारकर उनमें से एक का सिर काटने की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के बाद एक सिख का सिर काटने का मामला सामने आया है। पाकिस्तानी आतंकी संगठन ने एक महीने पहले अगवा किए गए मोहिंदर सिंह का प्रतिद्वंद्वी गुट के लिए जासूसी करने के लिए सिर कलम कर दिया।

पिछले साल 20 नवंबर को अज्ञात बंदूकधारियों ने खैबर एजेंसी के तब्बी गांव से 40 वर्षीय सिंह का उनकी दुकान से अपहरण कर लिया था। सिंह आयुर्वेदिक दवाओं के विक्रेता हैं, जो पश्चिमोत्तर पाकिस्तान में सिखों का आम पेशा है। डॉन अखबार ने अनाम अधिकारियों के हवाले से बताया कि आतंकियों ने मंगलवार को सिंह का सिर धड़ से अलग कर दिया था। उनके शरीर को क्षत-विक्षत करने के बाद उसे बोरे में डालकर खैबर एजेंसी के जाखाखेल बाजार में फेंक दिया। आतंकी संगठन तौहिदुल इस्लाम ने सिंह की हत्या की जिम्मेदारी ली है। सिंह के शव के साथ मिले पत्र में कहा गया है कि प्रतिद्वंद्वी आतंकी संगठन लश्कर-ए-इस्लाम के लिए जासूसी करने के लिए उनकी हत्या की गई। सिंह के भाई दासवंत सिंह ने उनके शव की पहचान की।

उन्होंने कहा, ‘हमारी किसी के साथ दुश्मनी नहीं थी। हम पिछले छह दशक से खैबर एजेंसी में शांतिपूर्वक रह रहे हैं।’ सिंह के परिवार में उनकी पत्‍‌नी और नौ बच्चे हैं। उनका एक बेटा पोलियोग्रस्त है। दासवंत ने सरकार से परिवार को मुआवजा देने और अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की।

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