पाक ओलंपिक वीजा घोटाले में 12 अधिकारी सस्पेंड

लंदन: ब्रिटिश अखबार ‘द सन’ ने स्टिंग ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान में वीजा घोटाले का पर्दाफाश किया है। इस घोटाले के खुलासे के बाद पाकिस्तान सरकार हरकत में आई है और 12 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। सस्पेंड किए गए अधिकारियों ने स्टिंग ऑपरेशन करने वाले अंडरकवर रिपोर्टर को कंप्यूटराइज्ड राष्ट्रीय पहचान पत्र दिलाने में मदद की थी। पाकिस्तान का पासपोर्ट हासिल करने के लिए यह पहचान पत्र जरुरी है।

पाकिस्तान के एक वरिष्ठ अधिकारी तारिक मलिक ने कहा, ‘सस्पेंड किए गए अधिकारियों में लाहौर का एक जनरल मैनेजर भी शामिल है। नाडरा का कोई भी अधिकारी दोषी पाए जाने पर बख्शा नहीं जाएगा।’ पाकिस्तान के इंटीरियर मिनिस्टर रहमान मलिक ने इस पूरे मामले की जांच 3 दिनों में करने का आदेश भी जारी किया है। रहमान मलिक ने वीजा घोटाले की जांच के लिए नाडरा, आईएसआई, खुफिया ब्यूरो और एफआईए के अधिकारियों की एक टीम बनाई है। इस खुलासे से उस आशंका की गंभीरता साबित हुई है, जिसमें कहा जा रहा था कि कोई भी आतंकवादी पाकिस्तान के ओलिंपिक दल में सपोर्ट स्टाफ बनकर ब्रिटेन में घुसकर किसी भी वारदात को अंजाम दे सकता है।

‘द सन’ की रिपोर्ट के मुताबिक उनका अंडरकवर रिपोर्टर एक ऐसी गैंग तक जा पहुंचा जो फर्जी पासपोर्ट, वीजा बनवाने और 2012 लंदन ओलंपिक में पाकिस्तान टीम में फर्जी सपोर्ट स्टाफ बनकर भिजवाने का धंधा कर रहा था। इस गैंग ने अंडरकवर रिपोर्टर को फर्जीनाम वाला एक पाकिस्तानी पासपोर्ट भी मुहैया कराया था, जिसमें नाम के अलावा सभी ब्योरे सही थे।

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