पाकिस्तान और अमरीका ने अफ़ग़ानिस्तान में मौजूद नेटो सेना के लिए खाद्य और अन्य सामग्री की आपूर्ति से संबंधित एक समझौते पर औपचारिक रुप से हस्ताक्षर कर दिए हैं.
11 सितंबर 2001 के बाद अफ़ग़ानिस्तान में नेटो सेना के लिए सामान की आपूर्ति पर इस प्रकार का पहला लिखित समझौता हुआ है.
इस्लामाबाद स्थित अमरीका के वरिष्ठ राजनयिक रिचर्ड होगलैंड और पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव एडमिरल फारुख़ ने इस समझौते पर दस्तख़त किए.
अफ़ग़ानिस्तान में मौजूद नेटो सेना के लिए सामान की आपूर्ति को लेकर इससे पहले कोई लिखित समझौता नहीं था.
समझौते पर हस्ताक्षर के बाद अमरीकी राजनयिक रिचर्ड होगलैंड ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि लिखित समझौते के बाद पाकिस्तान को ‘कोअलिशन स्पोर्ट फंड’ के मद में तुरंत एक अरब डॉलर की वित्तीय सहायता दी जाएगी.
ग़ौरतलब है कि दोनों देशों के बीच तनाव के चलते पाकिस्तान को क़रीब दो सालों से इस मद में वित्तीय सहायता नहीं दी गई है.
इस समझौते को फ़िलहाल सार्वजनिक नहीं किया गया है और लेकिन दोनों पक्षों ने बताया है कि इसको जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा.
पिछले साल 26 नंबर को क़बायली इलाक़े मोहमंद एजेंसी में नेटो हैलिकॉप्टरों ने पाकिस्तानी सेना की चौकी पर हमला किया था, जिसमें 24 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे और 15 अन्य घायल हो गए थे.
पाकिस्तानी सरकार ने उस हमले का कड़ा विरोध किया था और अफ़ग़ानिस्तान में नेटो सेना के लिए सामान आपूर्ति पर रोक लगा थी.
भारी अंतरराष्ट्रीय दबाव और अमरीका और पाकिस्तान के बीच हुई बातचीत के बाद पाकिस्तान ने क़रीब सात महीनों बाद उसपर लगी रोक हटा दी थी.