‘दोबारा संगठित नहीं हो पाएगा अलकायदा’

ओसामा बिन लादेन की मौत से अलकायदा की कमर टूट चुकी है। अब अलकायदा दोबारा संगठित नहीं हो सकता है। ये बातें अमेरिका के विदेश मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट में कही गई है। आतंकवादी गतिविधियों के आंकडों से संबंधित इस रिपोर्ट में 2011 में ओसामा की मौत को काफी महत्वपूर्ण बताया गया है।

लादेन और अतिया की मौत अहम उपलब्धि
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2011 में लादेन और दूसरे शीर्षस्थ आतंकवादियों की मौत से अलकायदा पतन की ओर अग्रसर हो गया है। साथ ही कहा गया है कि अलकायदा में दोबारा संगठित होने की ताकत नहीं बची है। रिपोर्ट में अलकायदा के खिलाफ अभियान चलाने वाली अमेरिकी खुफिया एजेंसियों और सैन्य बलों की जमकर तारिफ की गई है। लादेन के अलावा पिछले साल अलकायदा के नंबर दो सरगना अतिया अब्द अल रहमान तथा इसकी यमन इकाई के प्रमुख आतंकवादी अनवर अल अवलाकी को भी मार गिराया गया।

अंडरवियर बम साजिश पर खास ध्यान
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बताया कि अमेरिकी सरजमीं को पिछले साल किसी भी आतंकवादी साजिश का शिकार नहीं बनना पड़ा। इस रिपोर्ट में बताया गया कि जहां अलकायदा का केंद्रीय ढांचा कमजोर पड़ा है, वहीं यह संगठन परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालने की क्षमता रखता है। रिपोर्ट में साल 2009 की अंडरवियर बम साजिश पर खास ध्यान रखने की जरूरत बताई गई है।

दुनिया भर में कम हुई आतंकी वारदातें
पिछले साल दुनियाभर में भी आतंकवादी वारदातों में कमी देखी गई। विश्वभर में जहां साल 2010 में आतंक के 11 हजार 641 मामले प्रकाश में आए थे वहीं 2011 में इनकी संख्या घटकर 10 हजार 283 रह गई। इस रिपोर्ट में नाईजीरिया में तेजी के साथ पांव पसारते जा रहे आतंकवादी संगठन ‘बोको हराम’ और कोलंबिया के वामपंथी उग्रवादी संगठन रेवोल्यूशनरी आर्म्ड फेसेर्स आफ् कोलंबिया ‘एफएआरसी’ को लेकर भी गहरी चिंता व्यक्त की गई।

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