चंडीगढ़ के श्रीनिवासन ने रचा इतिहास, बने अमेरिका की सर्वोच्च अदालत के जज

srikanth srinivasanवाशिंगटन। ओबामा प्रशासन ने भारतीय मूल के श्रीकांत श्रीनिवासन को देश की दूसरी सर्वोच्च अदालत में न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त कर लिया गया है। 97 सांसदों की सहमति से चंडीगढ़ के श्रीनिवासन को अमेरिकी जज चुन लिया गया है।

श्रीनिवासन डीसी सर्किट कोर्ट के पहले दक्षिण एशियाई न्यायाधीश बन गए हैं। इससे पहले संसद की न्यायिक समिति ने डीसी सर्किट अदालत के जज के ओहदे के लिए श्रीनिवासन के नामांकन को अपनी मंजूरी दे दी थी। यह अदालत अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के बाद दूसरी शीर्ष अदालत है।

श्रीनिवासन फिलहाल अमेरिका के प्रिंसिपल डिप्टी सॉलीसिटर जनरल के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सांसदों द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया था कि श्रीनिवासन अपीली अदालत के लिए बेहतरीन जज साबित होंगे। श्रीनिवासन ने अमेरिका की डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन दोनों ही सरकारों के लिए निजी तौर पर सुप्रीम कोर्ट और कोर्ट ऑफ अपील में अपनी सेवाएं दी हैं।

46 साल के श्रीनिवासन को साल 2012 जून में ओबामा सरकार द्वारा नामांकित किया गया था,लेकिन संसद में अनिश्चितकालीन स्थगन के कारण उनके नाम पर दोबारा विचार के लिए इस प्रस्ताव को राष्ट्रपति के पास वापस भेज दिया गया। गत तीन जनवरी को ओबामा ने दोबारा इस पद के लिए उन्हें नामित किया।

श्रीनिवासन भले ही चंडीगढ़ में जन्मे हों लेकिन ये लॉरेंस में पले बड़े। इन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई भी वहीं पूरी की। श्रीनिवासन ने अपने करियर की शुरुआत यूएस के एक छोटे से कोर्ट में बतौर क्लर्क के रुप में की।

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