बर्लिन। जर्मनी में रविवार को हुए संसदीय चुनावों में चांसलर एंजेला मर्केल ने लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की, लेकिन उनकी पार्टी क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (सीडीयू) स्पष्ट बहुमत से थोड़ी दूर रह गई।
सोमवार को प्रकाशित आधिकारिक परिणामों के अनुसार, सीडीयू और सहयोगी पार्टी क्रिश्चियन सोशल यूनियन (सीएसयू) को संसद के निचले सदन में स्पष्ट बहुमत से चार सीटें कम मिलीं। इस चुनाव में दोनों पार्टियों ने 41.7 फीसद वोट हासिल करते हुए 311 सीटें प्राप्त कीं। यह जीत कंजरवेटिव पार्टियों द्वारा हासिल सर्वोत्तम परिणामों में से एक है। संसदीय चुनावों में सीडीयू को केवल एक बार स्पष्ट बहुमत मिला था और वह भी 1957 में द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद पहले चांसलर कोनराड एदेनौयर के नेतृत्व में। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद मर्केल तीसरी चांसलर हैं जो चार वर्षीय कार्यकाल के लिए तीसरी बार जीती हैं। अपनी जीत से उत्साहित 59 वर्षीय मर्केल ने कहा कि ये परिणाम उनकी सरकार की नीतियों और उनकी पार्टी के प्रति भारी विश्वास का प्रतीक हैं। यह सीडीयू के लिए महान जीत है। हालांकि मर्केल की जीत उनकी एक अन्य सहयोगी पार्टी लिबरल फ्री डेमोक्रेटिक (एफडीपी) की हार के कारण थोड़ी फीकी हो गई। एफडीपी की हार के कारण मर्केल को अब बहुमत के लिए नये सहयोगी की जरूरत होगी। इसके लिए वह विपक्षी एसपीडी से गठबंधन कर सकती है। चुनाव में ग्रीन पार्टी के साथ मिलकर मर्केल को चुनौती पेश करने वाली सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (एसपीडी) दूसरे स्थान पर रही। उसे 25.6 फीसद वोटों के साथ 192 सीटें मिलीं।