सिंगापुरी-चीनी लेखक ने प्रबंधन में गीता की प्रासंगिकता बताई

geeta01सिंगापुर। सिंगापुरी-चीनी लेखक चा‌र्ल्स चो ने व्यापार प्रबंधन और व्यक्तिगत प्रतियोगी क्षमता के क्षेत्र में भगवद गीता की प्रासंगिकता के बारे में किताब लिखी है। इसका नाम ‘मैनेजमेंट एफिकेसी -विजडम फ्रॉम द इंडियन भगवद गीता एंड द चाइनीज आर्ट ऑफ वार’ है। चो अपने ईस्ट-वेस्ट संगठन के माध्यम से जर्मनी और भारत में शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में व्यापक संभावनाओं को लेकर काम कर रहे हैं। सिंगापुर के पर्यावरण व जल संसाधन मंत्री विवियन बालकृष्णन ने शुक्रवार को सिंगापुर मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी में किताब का विमोचन किया। किताब के परिचय में रोमन-कैथोलिक चो ने कहा है, ‘द आर्ट ऑफ वार प्रतियोगिता पर ध्यान केंद्रित करती है। भगवद गीता में व्यक्तिगत प्रतियोगी क्षमता के बारे में बताया गया है।’ तुलनात्मक रूप से यह किताब मंगोल शासक चगेंज खान के आर्ट ऑफ विनिंग और चीनी अन्वेषक झेंग ही के आर्ट ऑफ कोलाबोरेशन पर ध्यान केंद्रित करती है। चो ने सिंगापुर की नौसेना, पुलिस और व्यापार एजेंसियों में सेवा दी है। वह सिंगापुर-भारत बिजनेस नेटवर्क ग्रुप के प्रमुख भी रह चुके हैं।

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