इस त्याग को सम्मान दें

n modi 1मोदी की पत्नी का समाज
को 45 साल बाद पता चला…
इस पर मुझे प्राचीन भारत
के एक महान आचार्य के
वैवाहिक
जीवन की कथा ध्यान में
आयी है अतः
मित्रों से सहभाग करना
चाहता हूं|
.
मिथिला के एक महान पण्डित
थे वाचस्पति मिश्र. भारत के
सभी दार्शनिक
निकायों के अद्वितीय विद्वान,
उनकी शादी हुयी और अध्ययन
अध्यापन तथा अपने लेखन
कर्म में इस
तरह डूबे की गृहस्थ धर्म
भूल गया |
एक दिन सूरज डूबने के बाद
गहरा रहे अन्धेरे के बीच
एक महिला
ने दीपक जला कर उनकी
पढने-लिखने
वाली तिपायी के सामने रखा तो
उनका ध्यान भंग हुआ और
महिला से
उन्होने पूछा कि देवी
आप कौन हैं ?
इसपर उस महिला का उत्तर
दिया मै आपकी पत्नी हूं जो
विगत
30 वर्षो से आपकी सेवा में
लगी हुयी हूं
पर आज असावधानी वश मेरे
कारण आपकी एकाग्रता
भंग हुई है
इसका अपराध बोध हो रहा है|
वाचस्पति मिश्र ने उत्तर दिया
कि- इस ढली हुयी उम्र में
मै गृहस्थ जीवन
के किसी भी दायित्त्व का
निर्वहन नहीं कर
सकता,
पर अपनी सर्वश्रेष्ठ कृति का
नाम आपके नाम पर रखकर
आपको युग युगान्तर तक
अमर कर दूंगा|
आज भी भारतीय दर्शन मे
वेदान्त सर्वोत्तम है
तो वेदान्त में
‘भामती’ सर्वश्रेष्ठ ग्रन्थ|
पत्नी को प्रताडित करना
अपराध है उससे दूर रह कर
देश समाज
का कार्य करना अपराध नही
त्याग है|
वरना बुद्ध को भी राजनीति
के धरातल पर अपराधी सिद्ध
कर दिया
जायेगा और जाने ऐसे
कितने लोग अपराधी
हो जायेगें | इस त्याग को
सम्मान दें
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