न्यास सचिव पुष्पा सत्यानी को इसलिए हटाया

अजमेर नगर सुधार न्यास की सचिव श्रीमती पुष्पा सत्यानी के जयपुर तबादले पर आम धारणा यही है कि वे स्वयं जयपुर जाना चाहती थीं क्योंकि भाजपा विधायक श्रीमती अनिता भदेल व मीडिया के निशाने पर हर वक्त रहती थीं, मगर कानाफूसी ये भी है कि नियमन के एक मामले में, जिसमें न्यास को अपना ही फैसला बदलना पड़ा, की वजह से उन्हें यहां से हटाया गया है।
ज्ञातव्य है कि अजमेर दक्षिण की भाजपा विधायक श्रीमती अनिता भदेल ने भगवान गंज स्थित 2421 वर्ग गज जमीन का मामला उठाया था। मामला ये था कि जयपुर के रामनगर, सोडाला निवासी मीरा छतवानी ने भगवान गंज स्थित खसरा संख्या 5237 की 2421 वर्ग जमीन का नियमन करने के लिए आवेदन किया था। यूआईटी ने 18 जुलाई को आवेदन मंजूर कर नियमन आदेश जारी कर दिए। यहां तक कि नियमन राशि जमा कर पट्टा भी जारी कर दिया गया और सब रजिस्ट्रार के यहां से रजिस्टर्ड हो गया। इस पर विधायक श्रीमती अनिता भदेल ने इस नियमन में भारी अनियमितता बताते हुए यूआईटी पर भू माफियाओं को उपकृत करने का आरोप लगाया। इस पर न्यास सदर नरेन शहानी भगत ने तुरंत जांच के आदेश दिए और स्वयं सचिव श्रीमती सत्यानी को ही नियमन रद्द करने के आदेश जारी करने पड़े। इस प्रकरण के साथ ही पुष्पा सत्यानी संदेह के घेरे में आ गई हैं और आशंका व्यक्त की जा रही थी कि अगर वे यहीं जमी रहीं तो भगत के कार्यकाल का सत्यानाश कर देंगी। ऐसे में सरकार ने उन्हें यहां से हटाना ही बेहतर समझा।

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