चमचागिरी की इंतहा है कुलपति शर्मा का बयान

कानाफूसी है कि जयपुर के राजस्थान कॉलेज में एक समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. बी एल शर्मा ने महात्मा गांधी की बायोलॉजिकल कॉपी बता कर चमचागिरी की इंतहा कर दी। किसी का समर्थक अथवा प्रशंसक होने में कोई बुराई नहीं, मगर प्रशंसा करते करते शर्मा ने न तो अपने पद की गरिमा का ख्याल रखा और न ही बयान की सीमा का। ऐसा प्रतीत होता है कि शर्मा को गहलोत फोबिया हो गया है, तभी वे ऐसा बयान दे गए। देखिए कि उन्होंने क्या कह दिया-महात्मा गांधी की पुरानी ऑडियो सुन लीजिए और सीएम की ऑडियो सुन लीजिए। मुख्यमंत्री के मात्र गुण ही नहीं, मात्र आदर्श ही नहीं, मात्र जनता की चिंता के रूप मेंं ही नहीं, सामाजिक न्याय पुरुष के रूप में ही नहीं, आवाज में भी गहलोत महात्मा गांधी की बायोलॉजिकल कॉपी हैं। भले इसका टैस्ट करा के देख लीजिए। बेशक ऐसी चमचागिरी को देख कर एकबारगी तो गहलोत ही शरमा गए होंगे, तभी तो उन्होंने गहलोत ने हल्की मुस्कुराहट छोड़ते हुए कुलपति को नजरअंदाज कर दिया और नमस्कार कहते हुए रवाना हो गए।

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