ये अहमियत है भाटी, बाहेती व चौधरी की

डॉ. बाहेती

राज्य सरकार के चार वर्ष के उपलक्ष्य में सूचना केन्द्र में आयोजित समारोह के निमंत्रण कार्ड में नाम नहीं होने व कार्ड नहीं देने से नाराज कांग्रेसी नेताओं पूर्व विधायक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती, पूर्व मंत्री ललित भाटी व अजमेर डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने नाराजगी जताई, ये बात अलग है कि बाद में प्रभारी मंत्री बीना काक व सरकारी मुख्य सचेतक रघु

ललित भाटी

रामचंद्र चौधरी

शर्मा कहने पर मंच पर जा कर बैठे। जाहिर सी बात है कि बीना काक व रघु शर्मा तो जानते हैं कि ये तीनों नेता अजमेर की कांग्रेस में कितनी अहमियत रखते हैं, मगर जिला प्रशासन की नजर में इनकी कोई अहमियत नहीं।
असल में जिला प्रशासन अपने ढ़ंग से सोचता है। उसे लगा होगा कि पूर्व विधायकों भाटी व बाहेती को मंच पर बैठाने की जरूरत क्या है और चौधरी का सीधा सीधा सरकार से क्या लेना देना है, हैं भले ही वे भी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता। हां, शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष जसराज जयपाल को जरूर अहमियत दी गई, कदाचित पिछले दिनों उनके पुत्र व अजमेर क्लब के अध्यक्ष डॉ. राजकुमार जयपाल द्वारा किए गए जलवे के कारण। प्रशासन को क्या पता कि भले ही भाटी, बाहेती व चौधरी वर्तमान में किसी बड़े सरकारी पद पर नहीं हैं, मगर अजमेर में उनके बगैर कांग्रेस चल नहीं सकती।

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