फ़िल्मी सफलता ने शाहरुख का दिमाग सातवें आसमान पर पहुंचा दिया है. वे हर बात को अपने मुसलमान होने से जोड़ने के आदी हो चुके हैं. चाहे उनके मकान ” मन्नत ” के नवीनीकरण का मामला हो या फिल्म स्वदेश के प्रदर्शन का या फिर अमेरिकी विमानतलों पर दो – दो बार हुई उनकी नंगाझोरी या तलाशी या फिर लम्बी पूछताछ का. उनके मकान ”मन्नत” के अनधिकृत हिस्से पर वृहन मुंबई नगर पालिका की कार्यवाही का सवाल हो या पडौसी दिलीप कुमार को होने वाली असुविधा का उन्होंने बहुत अकड दिखाई थी. भला हो राहुल गांधी का जिन्होंने ये मामले सुलटवाये.
कयास यह भी है लगाया जा रहा है कि करियर के ढलान और पीठ दर्द के कारण शाहरुख खान राहुल गांधी से याराना के चलते राजनीति में पोजीशन या राज्यसभा में अपनी सीट आने वाले दिनों में पक्की करवा सकते हैं.