प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष पद पर पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे की तापजोशी के बाद अब प्रदेश प्रभारी बदले जाने की खासी चर्चा है। ऐसा इसलिए क्योंकि मौजूदा प्रभारी कप्तान सिंह सोलंकी से वसुंधरा के संबंध कुछ खास अच्छे नहीं हैं और आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण के दौरान वे परेशानी का सबब हो सकते हैं। वैसे भी नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी के गठन की वजह से प्रदेश प्रभारी बदले जाने की संभावना है।
कानाफूसी है कि वसुंधरा ऐसे प्रभारी को चाहती हैं, जिससे उनकी ठीक से ट्यूनिंग हो। उनमें मुख्य रूप से अरुण जेटली, वेंकैया नायडू व गोपीनाथ मुंडे चर्चा में हैं। इन तीनों में जेटली की स्थिति बेहतर बताई जा रही है। वसुंधरा राजे व संघ के बीच विवाद को सुलझाने व वसुंधरा का पक्ष ठीक से रखने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। यहां यह बात भी उल्लेखनीय है कि जेटली के जयपुर लोकसभा सीट से चुनाव लडऩे के कयास पहले से चल रहे हैं। अगर उनको प्रभारी बनाया जाता है तो उन्हें यहां से चुनाव लडऩा आसान होगा।