भाजपा के मीडिया प्रभारी श्रीकांत शर्मा की होगी छुट्टी!

bjp logoभारतीय जनता पार्टी के अंदर दो प्रकार की मीडिया काम कर रही है। एक संगठन के प्रचार-प्रसार मे लगी है तो दूसरी तरफ कुछ नेतावों के लिए मीडिया सेल का उपयोग हो रहा है। सूत्रों की माने तो पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और संगठन इस गतिविधि से नाराज और परेशान है। उमा भारतीय ने 2006 मे सार्वजनिक रूप से पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के सामने अपनी शिकायत दर्ज कराई थी कि पार्टी मे “डी ब्रीफ़िंग” करने वाले नेतावों पर अंकुश लगाया जाए।

2009 लोकसभा चुनाव मे भी मीडिया प्रवंधन पर प्रश्न उठा था। और अब पुनः मीडिया सेल द्वारा खबरे प्रायोजित किया जा रहा है। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह जी के सामने सबसे बड़ी चुनौती है मीडिया प्रबंधन पिछले लोकसभा मे पार्टी के हार मे मीडिया भी एक कारण रहा और अब झारखंड ,उतराखंड ,हिमाचल और कर्नाटक से बीजेपी बाहर हो गई । ऐसे मे मीडिया को दोष देकर नेता गण अपनी जीमेद्दारी से बचेंगे । और यदि यह सच है तो मीडिया सेल मे प्रमुख लोगो को हटा कर ऐसे लोगो को लाने की जरूरत है जो पार्टी के लिए काम करे न की कुछ खास नेता की खिदमत मे लगे रहे । वैसे राजनीति मे किसी न किसी को अपना ‘गॉड फादर ‘ बनाने की आज आधुनिक परंपरा बनी है परंतु आज जरूरत है विचारधारा के लिए कम करने की । संघ विचारक एम.जी वैध ने कुछ मास पहले यह कहा था की नितिन गडकरी के खिलाफ पार्टी के अंदर ही षड्यन्र्त्र रचा गया था और यह षड्यंत्र मीडिया सेल के एक प्रमुख व्यक्ति ने खबर प्लांट काया था । सूत्रों के कथना अनुसार जल्द ही राजनाथ सिंह मीडिया सेल की घोषणा करने वाले है और अपने विश्वसनीय लोगों को यह जीमेद्दारी देंगे अनुभवी और मिलनसार हो न की दूसरे नेतावों के खिदमद मे काम करे।
सौरभ मालवीय के फेसबुक वॉल से

error: Content is protected !!