अमेठी में इस बार नौकर जीतेगा – कुमार विश्वास

kumar vishvasअमेठी / आम आदमी पार्टी ने रविवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में रैली कर लोकसभा चुनाव को आम आदमी बनाम ‘राजकुमार’ बना देने के ऐलान के साथ अपने चुनाव अभियान का शंखनाद कर दिया। ‘आप’ नेता कुमार विश्वास की इस ‘जन विश्वास रैली’ के दौरान जमकर हंगामा भी हुआ। रैली के दौरान भीड़ में काले झंडे लेकर पहुंचे कुछ लोगों ने वहां जमकर बवाल किया। उन्होंने कुमार विश्वास के खिलाफ नारे लगाए, काले झंडे दिखाए और वहीं पर उनका पुतला भी फूंक दिया। इस विरोध के बीच अपने भाषण में कुमार विश्वास ने राहुल को राजकुमार बोलकर कटाक्ष किया और खुद को जनता का नौकर बताया। उन्होंने कहा कि इस बार नौकर ही जीतेगा।
कुमार विश्वास ने अपने भाषण में विरोध कर रहे लोगों को ललकारते हुए कहा कि वह अमेठी छोड़कर जाने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विरोध कर रहे लोगों में हिम्मत है तो वह मंच पर आकर उनका सामना करें या फिर बाहर मिलें। उन्होंने कहा, ‘आप हम पर स्याही फेंकते हैं, अंडे फेंकते हैं… मुझे बताओ कहां आऊं… अकेला आऊंगा… वचन देता हूं… मुझे मार लो।’ उन्होंने कहा, ‘यह लड़ाई आम आदमी और राजकुमार के बीच है। मैं अमेठी छोड़कर जाने के लिए नहीं आया हूं। अगले तीन महीने में मैं रहूं या न रहूं… कोई भी कार्यकर्ता आम आदमी की टोपी पहन कर मैदान में खड़ा हो जाएगा।’
राहुल गांधी पर निशानाः कुमार विश्वास ने अपने भाषण में राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा और कांग्रेस पर वंशवाद की राजनीति का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वह हिम्मत करके अमेठी आए हैं। राहुल पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, ‘अमेठी से युवराज, राजा, महारानी बहुत जीते हैं, अब नौकर जीतेगा।’ उन्होंने राहुल गांधी पर अमेठी के मुद्दों को संसद में न उठाने का आरोप लगाया। विश्वास ने अपने भाषण में विदेश में इलाज कराने को लेकर सोनिया गांधी पर भी हमला किया। उन्होंने कहा, ‘सोनिया को भारत के डॉक्टरों पर विश्वास नहीं है। वह हर साल विदेश इलाज कराने जाती हैं। अटल जी ने देश में ऑपरेशन कराया था।’ चोर से अच्छा जोकरः कांग्रेस नेता बेनी प्रसाद वर्मा द्वारा जोकर कहे जाने की ओर इशारा करते हुए विश्वास ने कवि शैली में जवाब दिया और कहा, ‘जोकर तो लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाता है, कम से कम देश तो नहीं बेचता।’ अपनी मशहूर कविता ‘कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है’ की पंक्तियां गाते हुए विश्वास ने कहा कि अमेठी की बेचैनी को बस पागल समझता है।
कुम्हार के गधे की कहानीः विश्वास ने अमेठी की जनता को गांधी खानदान से छुटकारा पाने की नसीहत देते हुए एक कुम्हार के गधे की कहानी सुनाई और कहा कि कुम्हार उसे रोज खूंटे से बांध देता था, मगर वह समझता था कि वह रोज शाम उसे नमस्कार करता है। सवाल किया कि अब अमेठी के लोगों को यह तय करना है कि क्या वे कुम्हार का गधा बने रहना चाहते हैं अथवा बेड़ियों से मुक्ति चाहते हैं।
काफिले पर हुआ पथरावः इससे पहले कुमार विश्वास को अमेठी पहुंचने पर भी विरोध का सामना करना पड़ा। उनके काफिले पर पथराव किया गया। हालांकि, पुलिस ने पथराव करने वालों को तुरंत ही खदेड़ दिया। इसके पहले लखनऊ से अमेठी जाते वक्त जगदीशपुर के पास कुछ प्रदर्शनकारियों उन्हें काले झंडे दिखाए और उनकी कार पर स्याही फेंकी। इन प्रदर्शनकारियों का कहना था कि वे किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़े हुए नहीं है। हालांकि, आप आदमी पार्टी ने इसके पीछे कांग्रेस की साजिश करार दिया है।
‘आप’ के नेता संजय सिंह और शनिवार को पार्टी जॉइन करने वाले आशुतोष भी रैली में शरीक हुए। संजय सिंह ने रैली में दावा किया कि कुमार विश्वास एक लाख वोटों से जीतेंगे। कुमार विश्वास के सामने राहुल गांधी जैसे कद्दावर नेता को हराने की चुनौती है। इसके पहले शनिवार को लखनऊ में कुमार विश्वास की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी जमकर हंगामा हुआ। उन पर अंडा फेंका गया और मुर्दाबाद के नारे लगाए गए।
खतरे भी कम नहीं ‘आप’ के सामने
लखनऊ में कुमार विश्वास ने कहा कि वह अमेठी से चुनाव लड़ना चाहते हैं, क्योंकि यह सीट वंशवाद की प्रतीक है। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसा, ‘देश के पीएम राहुल गांधी के लिए कुर्सी छोड़ने को तैयार हैं, इसे और क्या कहा जाना चाहिए। राहुल की उपस्थिति संसद में बेहद कम रही, उन्होंने क्षेत्र का कोई सवाल नहीं पूछा और पार्टी उन्हें पीएम पद का उम्मीदवार घोषित करने की तैयारी में है। लोगों को सोचना चाहिए।’ शनिवार को राहुल गांधी के बेंगलुरु पहुंचने और राहुल गांधी के कर्नाटक के चिकमंगलूर से भी चुनाव लड़ने की खबरों पर कुमार विश्वास ने चुटकी ली कि राहुल की दादी इंदिरा गांधी हारने के बाद चिकमंगलूर पहुंची थीं, पर राहुल तो हारने से पहले ही चिकमंगलूर पहुंच गए।
इसके पहले कुमार विश्वास ने दावा किया है कि यूपी में उनकी पार्टी 50 लोकसभा सीटें जीतेगी। शनिवार को उन्होंने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जब मुजफ्फरनगर के राहत शिविरों में 34 बच्चों की मौत हो चुकी थी, तब सैफई में लोग डांस में मस्त थे। उन्होंने कांग्रेस को बोफोर्स और बीजेपी को ताबूतों का दलाल करार देते हुए कहा कि इन दोनों के हाथों में देश सुरक्षित नहीं है।

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