राहुल गांधी पीएम पद के उम्मीदवार नहीं होंगे

Rahul-Gandhi 450कांग्रेस ने अब कन्फर्म कर दिया है कि इस साल होनेवाले आम चुनाव में राहुल गांधी पीएम पद के दावेदार नहीं होंगे। दिल्ली में आज हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि राहुल गांधी कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष होंगे और चुनाव प्रचार राहुल गांधी के नेतृत्व में संचालित होगा लेकिन प्रधानमंत्री पद का दावेदार आम चुनाव के बाद चुना जायेगा।

कांग्रेस के प्रवक्ता जनार्दन द्विवेदी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में हुए निर्णय की जानकारी मीडिया को देते हुए बताया है कि आज शाम दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हुई जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के अलावा खुद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद थे। बैठक में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्लूसी) के कई नेताओं ने यह प्रस्ताव किया कि राहुल गांधी को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया जाना चाहिए लेकिन खुद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ऐसा घोषित करने से मना कर दिया। जनार्दन द्विवेदी के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह कांग्रेस की परंपरा नहीं रही है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अगर कोई और पार्टी अपने पीएम कैंडिडेट का नाम घोषित कर देती है तो इसका मतलब यह नहीं है कि हम भी वैसा ही करें।

बैठक में निर्णय लिया गया कि राहुल गांधी चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष होंगे और आगामी लोकसभा चुनाव उन्हीं की देखरेख में लड़ा जाएगा। जनार्दन द्विवेदी के अनुसार राहुल गांधी ने एक बार फिर कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी दी जाएगी उसका निर्वहन करने के लिए वे तैयार हैं। द्विवेदी के अनुसार कांग्रेस की राजनीतिक विचारधारा पर हमला किया जा रहा है और राहुल गांधी ने साफ कहा कि वे कांग्रेस की विचारधारा को बचाने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं।

हालांकि राहुल गांधी को पीएम पद का उम्मीदवार न घोषित करके कांग्रेस ने अपना तुरुप का पत्ता बचा लिया है लेकिन बीजेपी ने कांग्रेस पर तीखा राजनीतिक हमला बोलते हुए कहा है कि कांग्रेस को पता है कि उनकी कितनी करारी हार होनेवाली है इसलिए वे क्यों राहुल गांधी को पीएम उम्मीदवार घोषित करेंगे? भाजपा नेता अरुण जेटली ने कहा है कि कांग्रेस को पता है कि तुलना करना कितना भारी पड़ेगा इसलिए उन्होंने राहुल गांधी को आगे नहीं किया है। http://visfot.com

1 thought on “राहुल गांधी पीएम पद के उम्मीदवार नहीं होंगे”

  1. कांग्रेस के पास अभी भी कोई विचारधारा बची है क्या, जिसका जनार्दन दिवेदी जिक्र कर रहें है. अब तो अमेठी दौरे में राहुल खुद स्वीकार कर चुके हैं कि चुने गए सांसदों ने उन्हें अपना नेता चुना तो वे पी ऍम बन्ने को तैयार है.और कांग्रेस में दल का नेता कैसे चुना जाता है, यह कौन नहीं जानता वैसे कमोबेश सभी दलों का यही हाल है.इसलिए सवाल यह नहीं कि वे पी ऍम पद के उम्मीदवार होंगे या नहीं , सवाल ये है कि कांग्रेस कितनी सीटे जीत पति है, कितना जोड़ तोड़ कर सकती है..

Comments are closed.

error: Content is protected !!