गोपीनाथ मुंडे का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन

India Obit Gopinath Mundeबीड / दिल्ली में सड़क हादसे में दिवंगत हुए केंद्रीय ग्रामीण मंत्री गोपीनाथ मुंडे का पार्थिव शरीर आज बीड स्थित उनके पैतृक गांव परली में पंचतत्व में विलीन हो गया। बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं, महाराष्ट्र के मंत्रियों-विधायकों और हजारों समर्थकों की मौजूदगी में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। बड़ी बेटी और परली से बीजेपी विधायक पंकजा मुंडे ने पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। ​अंतिम संस्कार के बाद गुस्साए समर्थकों ने सीबीआई जांच की मांग रखी। उन्होंने पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण की गाड़ी पर पथराव किया, फिर बीजेपी नेताओं लाल कृष्ण आडवाणी और राजनाथ सिंह का घेराव किया। पुलिस ने लोगों को मैदान से बाहर खदेड़ने के लिए लाठी चार्ज किया। अंतिम संस्कार में लालकृष्‍ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्‍वराज, नितिन गडकरी, प्रकाश जावड़ेकर, शिवराज सिंह चौहन और रमन सिंह समेत बीजेपी के कई बड़े नेता मौजूद थे। अपने चहेते नेता के अंतिम दर्शन के लिए परली गांव में हजारों समर्थक भी जुटे थे। बीजेपी कार्यकर्ताओं की विशेष ट्रेन भी मुंबई से लातूर आई थी। अंतिम संस्कार से पहले मुंडे के पार्थिव शरीर को गांव में समर्थकों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। इस दौरान दर्शन करने को आतुर कुछ लोगों का पुलिस से टकराव हो गया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने लोगों को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया, जिसके बाद भीड़ उग्र हो गई थी। हालांकि, बाद में पंकजा के आग्रह पर नाराज लोग शांत हो गए। इससे पहले दिल्ली से एयरफोर्स के विमान में रखकर उनका शव मंगलवार की शाम को मुंबई लाया गया। वर्ली की पूर्णा बिल्डिंग स्थित उनके आवास पहुंचकर मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, प्रदेश के गृह मंत्री आर आर पाटिल, शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे, रश्मि ठाकरे, आदित्य ठाकरे, राज ठाकरे, मनोहर जोशी, प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल, नसीम खान सहित मंत्रिमंडल सदस्यों, विधायकों, सांसदों आदि ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। देर रात शव को नरिमन पाइंट स्थित बीजेपी मुख्यालय लाया गया।

सुबह शव को विमान के जरिए लातूर लाया गया। उस वक्त बीजेपी के कई सीनियर नेता और कार्यकर्ता एयरपोर्ट पर मौजूद थे। अपने नेता के शव को देखते ही उनकी आंखों में आंसू आ गए। यहां से हेलिकॉप्टर के जरिए परली तक ले जाया गया। दोपहर करीब 2 बजे पंकजा ने मुखाग्नि दी।

इससे पहले दिल्ली में 16वीं लोकसभा की बुधवार को शुरू हुई पहली बैठक उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। राष्ट्रगान की धुन के साथ पहले दिन की कार्यवाही शुरू करते हुए प्रोटेम स्पीकर कमलनाथ ने सड़क हादसे में मुंडे के असामयिक निधन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुंडे पिछले कई दशकों से जनता की सेवा कर रहे थे। उन्होंने उन्हें ‘जन नेता’ बताते हुए कहा कि मुंडे ने पिछले 3 दशक में कमजोर वर्गों और किसानों के हित में काम किए।

कमलनाथ ने कहा कि मुंडे एक सक्रिय सांसद थे और 15वीं लोकसभा के भी सदस्य थे। इससे पहले वह महाराष्ट्र विधानसभा के 5 बार सदस्य रहे और इस दौरान वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और उपमुख्यमंत्री भी बने। सदस्यों ने दिवंगत नेता के सम्मान में 2 मिनट का मौन रखा और उसके बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। महाराष्ट्र सरकार ने तीन दिन के शोक की घोषणा की है। मंगलवार को विधानसभा और विधानपरिषद का कार्यवाही उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई थी।

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